
इस पाठ को करने से दूर होंगे कुंडली के सभी दोष, जानें पाठ करने की सही विधि
ABP News
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में व्याप्त अलग-अलग दोषों को दूर करने के लिए कई उपायों का जिक्र किया गया है. लेकिन पुराणों में श्रीभृगु संहिता के सर्वारिष्ट निवारण का उल्लेख मिलता है.
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में व्याप्त अलग-अलग दोषों को दूर करने के लिए कई उपायों का जिक्र किया गया है. लेकिन पुराणों में श्रीभृगु संहिता के सर्वारिष्ट निवारण का उल्लेख मिलता है. मान्यता है कि इसके पाठ से व्यक्ति की कुंडली में मौजूद सभी दोषों से मुक्ति मिलती है. इस पाठ को किसी भी भगवान या देवी-देवता के सामने बैठकर किया जा सकता है.
मान्यता है कि पाठ शुरू करने से पहले दीप-धूप आदि से पूजन किया जाता है. इसके पश्चात ही इस स्तोत्र का पाठ करना फलदायी होता है. पाठ के दौरान “स्वाहा” और “नमः” का उच्चारण करते हुए घी मिश्रित गुग्गुल से आहुति दें. इससे जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है.