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इस तकनीकी के जरिए चीन की होगी नाकेबंदी, कई ताकतवर देश मिलकर बना रहे हैं प्लान
ABP News
अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, जापान और अब भारत भी समुद्री निगरानी के लिए इसी उन्नत ड्रोन का इस्तेमाल करेगा. जापानी कोस्टगार्ड और ऑस्ट्रेलिया डिफेंस फोर्सेज पहले ही MQ9 ड्रोन खरीद कर चुके हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की अगुवाई में हो रही क्वाड नेताओं की पहली रूबरू बैठक हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में नई तकनीकी साझेदारी मजबूत करने के साथ ही सेमीकंडक्टर संकट के समाधान का भी रास्ता निकालेगी. इस बैठक के दौरान जहां उभरती तकनीकों और आवश्यक प्रौद्योगिकी पर मिलकर आगे बढ़ने की तैयारी है. क्वाड देशों के नेताओं की जून 2021 में हुई पहली वर्चुअल शिखर बैठक के बाद क्वाड तकनीकी सहयोग नेटवर्क का ऐलान किया गया. यह नेटवर्क तेजी से उभरती और भविष्य के कामकाज का खाका तय करने वाली उन्नत तकनीकों पर आपसी साझेदारी बढाने पर काम करेगा. माना जा रहा है कि 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में होने वाली क्वाड नेताओं की पहली रूबरू शिखर बैठक में इस मोर्चे पर साझेदारी को आगे बढाने और ठोस शक्ल देने पर बात होगी.
दरअसल क्वाड की इमारत का एक अहम कमरा है तकनीकी साझेदारी. इसमें खासतौर पर उन प्रौद्योगिकियों पर है जो भविष्य के लिहाज़ से ज़रूरी हैं. साथ ही ख़ास ज़ोर चारों रणनीतिक साझेदार देशों के बीच इंटरऑपरेबिलिटी पर है. यानी सभी चारों देशों के बीच न केवल उपकरणों की समानता हो बल्कि उनके बीच कम्यूनिकेशन सिस्टम का तालमेल और एक दूसरे के ठिकानों पर उनकी मरम्मत का इंतज़ाम भी हो.