इस्लामिक स्टेट ने तालिबान की छवि बिगाड़ने के लिए किया काबुल धमाका?
BBC
काबुल एयरपोर्ट पर इस्लामिक स्टेट के धमाके के बाद अल-क़ायदा भी एक अजीब दुविधा में फंस गया है. कितने जटिल हैं तालिबान, अल-क़ायदा और इस्लामिक स्टेट के रिश्ते?
इस्लामिक स्टेट ने बीती 15 अगस्त को अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबानी का क़ब्ज़ा होने के बाद किए अपने पहले हमले की ज़िम्मेदारी ली है. इस्लामिक स्टेट ने कहा है कि उन्होंने गुरुवार शाम काबुल एयरपोर्ट पर एक आत्मघाती बम धमाके को अंजाम दिया था. इस ब्लास्ट में कुल 90 लोगों की मौत हुई थी जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे. इस्लामिक स्टेट ने कहा है कि उनका अभियान काबुल में अमेरिकी सेना और तालिबानी चरमपंथियों के सुरक्षा घेरे को खुली चनौती थी. बीती 15 अगस्त को काबुल पर क़ब्ज़ा करने के बाद से तालिबान ये दिखाने की कोशिश कर रहा है कि उसके राज में एक तरह की स्थिरता आ गयी है. तालिबान ने काबुल में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर बद्री 313 ब्रिगेड, और फ़तह फोर्स जैसे विशेष दलों को गश्त करते दिखाया है.More Related News