![इसराइली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने ईरान में किस हद तक घुसपैठ कर ली है?](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/10A96/production/_123164286_mediaitem123164285.jpg)
इसराइली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने ईरान में किस हद तक घुसपैठ कर ली है?
BBC
मोसाद को लेकर ईरान में ख़ुफ़िया विभाग के पूर्व मंत्री ने कहा था, "देश के अंदर मोसाद का इतना असर है कि ईरानी नेतृत्व का हर सदस्य अपनी ज़िंदगी की हिफ़ाज़त को लेकर चिंतित रहता है."
नवंबर 2020 में ईरान के सबसे नामचीन परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह का काफ़िला आग की लपटों से घिर गया. थोड़ी देर में उनकी मौत हो गई. उन पर आर्टिशिफियल इंटेलिजेंस के सहारे रिमोट मशीनगन चलाई गई थी.
किसी गतिशील लक्ष्य पर इस तरह के सर्जिकल अटैक के लिए ग्राउंड पर रियल इंटेलिजेंस की ज़रूरत होती है. ख़ास कर तब, जब आप नागरिकों को नुकसान पहुंचाए बिना किसी ख़ास शख़्स को लक्ष्य बनाते हैं.
फ़ख़रीज़ादेह की मौत के बाद ईरान के ख़ुफ़िया विभाग के मंत्री महमूद अलावी का बयान आया.
इसमें कहा गया कि उन्होंने सुरक्षा बलों को दो महीने पहले ही इस तरह के हमले की चेतावनी दी थी. अलावी ने दावा किया कि जिस जगह पर उन्होंने फ़ख़रीज़ादेह को निशाना बनाए जाने की चेतावनी दी थी, ठीक उसी जगह उन पर हमला हुआ.
अलावी ने बताया कि जिस शख़्स ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया वह ईरान की सेना से जुड़ा था. उन्होंने कहा कि हम अपनी सेना पर इंटेलिजेंस ऑपरेशन को अंजाम नहीं दे सके.