
इश्क़ में मारा गया बड़ा राजन, तब आया छोटा राजन
BBC
कहानी अंडरवर्ल्ड के उस भाई की, जो कभी दाऊद इब्राहिम का सबसे ख़ास आदमी था.
हर नई कहानी तब शुरू होती है, जब एक कहानी ख़त्म हो जाए. छोटा राजन की कहानी भी वहां से शुरू होती है, जहां पर बड़ा राजन यानी राजन नायर की कहानी ख़त्म होती है. मुंबई के अपराध की दुनिया को जानने वाले जानते हैं कि राजन नायर का पहला पेशा दर्ज़ी का था. 25 से 30 रुपए की कमाई हो पाती थी. मोहब्बत में गिरफ़्तार राजन की गर्लफ्रेंड का बर्थडे आया तो पैसों की ज़रूरत हुई और शुरूआत हुई टाइपराइटर चोरी से. इन पैसों से राजन नायर गर्लफ्रेंड की ज़रूरतें पूरी होने लगीं, जल्द ही पुलिस ने गिरफ्तार कर राजन नायर को तीन साल के लिए जेल भेज दिया. जेल से निकलकर राजन ने गुस्से में अपनी गैंग बना ली. नाम 'गोल्डन गैंग', जो आगे जाकर 'बड़ा राजन गैंग' कहलाया. बताया जाता है कि 1991 में एक मलयाली फ़िल्म आई थी 'अभिमन्यु' जो बड़ा राजन की ज़िंदगी पर आधारित थी उसमें इन घटनाओं को दिखाया गया है, बड़ा राजन की भूमिका इस फ़िल्म में मोहनलाल ने की थी. जे डे हत्या मामला: छोटा राजन को आजीवन क़ैदMore Related News