इजराइल में हाइफा पोर्ट कंपनी के चेयरमैन बने पूर्व राजदूत, महुआ मोइत्रा ने उठाए सवाल
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भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत रॉन मलका को हाइफा पोर्ट कंपनी का चेयरमैन बनाया गया है. इसमें अडानी ग्रुप की 70 फीसदी, जबकि इजराइल के गैडोट ग्रुप की 30 फीसदी हिस्सेदारी है. इसको लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सवाल उठाए हैं.
भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत रॉन मलका को हाइफा पोर्ट कंपनी (HPC) का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. रॉन मलका ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि उन्होंने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) और इजराइल के गैडोट ग्रुप के स्वामित्व वाली HPC के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया है. इसको लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सवाल उठाए हैं.
रॉन मलका ने ट्वीट कर बताया था कि मैं अडानी की ओर से हाइफा पोर्ट कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. अडानी और गैडोट का एक्सपीरिएंस और एक्सपर्टाइज, पोर्ट के कर्मचारियों के समर्पण के साथ हाइफा पोर्ट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.
महुआ मोइत्रा ने उठाए सवाल
वहीं इसको लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा कि अडानी हमाम में तो सारे नंगे हैं. महुआ ने ट्वीट किया, "भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत अडानी के हाइफा बंदरगाह के अध्यक्ष नियुक्त! यह आदमी छतों से चिल्लाया कि अडानी के इजराइली सौदे कितने साफ थे. बॉलीवुड हिंदुत्व प्रचार फिल्म की आलोचना करने के लिए फिल्म निर्माता नदव लैपिड की निंदा की. अडानी हमाम में तो सारे नंगे हैं."
अडानी के पास 70 फीसदी हिस्सेदारी
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) और इजराइल के गैडोट ग्रुप के एक कंसोर्टियम ने पिछले साल जुलाई में 1.18 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हाइफा पोर्ट के प्राइवेटाइजेशन के लिए टेंडर हासिल किया था. इस ग्रुप ने इस साल 11 जनवरी को खरीद की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, जिसके बाद बंदरगाह पर विकास का काम जोरों पर चल रहा है. कंसोर्टियम में भारतीय साझेदार की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि इसके इजरायली साझेदार गैडोट के पास 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
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