
इंडिया चाहता है: ममता बनर्जी के ‘दिल्ली चलो’ के पीछे क्या है?
ABP News
सीएम ममता बनर्जी पांच दिनों के दिल्ली प्रवास पर हैं. एक मुख्यमंत्री के लिए इतने समय तक दिल्ली में रहना किस बड़े सियासी खेल का संकेत करता है, ये भी आप जान सकते हैं.
पश्चिम बंगाल में जीत की शानदार हैट्रिक लगाने के बाद ममता बनर्जी पहली बार दिल्ली पहुंची हैं. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री मोदी से उनकी वन टू वन पहली मुलाकात है तो वही विपक्षी नेताओं के साथ उनकी कई राउंड की मुलाकात और बात होने वाली है. ममता की पीएम से मुलाकात के पीछे की सियासी वजह क्या हैं? क्या चुनावी और जासूसी तल्खियां कम होंगी या सिर्फ कर्टसी मुलाकात है क्योंकि ममता का आरोप है कि पेगासस स्पाइवेयर से उनकी भी जासूसी की जा रही है? ये बात इसलिए उठ रही है कि जासूसी कांड में उन्होंने खुद की एक जांच कमीशन बना दी है. तो सवाल है कि क्या पीएम मोदी से एक तरफ मुलाकात और दूसरी तरफ जांच कमीशन, दोनों राजनीति के दो पहलू नहीं है? पिछले दिनों का इतिहास खंगालें तो आप देखेंगे कि जब भी पीएम मोदी और ममता बनर्जी की मुलाकात हुई है, तब तब विवादों का बवंडर उठा है. ममता पांच दिनों के दिल्ली प्रवास पर हैं. एक मुख्यमंत्री के लिए इतने समय तक दिल्ली में रहना किस बड़े सियासी खेल का संकेत करता है, ये भी आप जान सकते हैं. विपक्ष में सोनिया से शरद पवार तक बड़े नेताओं से ममता की मुलाकात क्या उनकी दिल्ली चलो वाली रणनीति का हिस्सा है? क्या ममता ऐसा माहौल बना रही हैं कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी को बुरी तरह हराने के बाद वो दिल्ली को ये बताने आई हैं कि विपक्ष का सबसे ताकतवर चेहरा वही हैं?More Related News