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इंडियन आर्मी के पास होगी 'फोर्स' से भरपूर गोरखा, जिम्नी और थार की बजाय क्यों चुनी गई ये गाड़ी?
Zee News
Indian army vehicle: भारतीय सेना ने Force Gurkha की 2,978 यूनिट्स का ऑर्डर दिया है. इस होड़ में Thar और Jimny भी थे लेकिन भारतीय सेना ने गुरखा को चुना. गुरखा का लो-एंड टॉर्क, हाई एल्टीट्यूड पर बेहतर डीज़ल परफॉर्मेंस और मॉड्यूलर बॉडी डिज़ाइन ने इसे सेना की पहली पसंद बनाया है. यह पूरी तरह भारत में बनी गाड़ी है. इसकी तुलना में Thar और Jimny या तो बहुत पावरफुल हैं या बहुत हल्के, लेकिन Gurkha बैटलफील्ड के लिए बेस्ट मानी जाती है.
Indian army vehicle gurkha: कभी पहाड़ों तो कभी नदियों में Thar और Jimny की कलाबाजी जरूर देखी होगी. सड़कों पर तो Thar को स्टंट व्हीकल नाम दे दिया गया है. पावरफुल दिखने वाली Thar सड़कों पर जरूर दमदार दिखाई देती होगी, लेकिन यह सेना की पहली पसंद नहीं बन पाई. बता दें, भारतीय सेना ने हाल ही में 2,978 Force Gurkha गाड़ियों का ऑर्डर देकर साफ कर दिया है कि अब सेना को 'टैंक जैसी ताकत' चाहिए, और यह असली ताकत गुरखा ही दे सकती है. इसके लिए Mahindra Thar और Maruti Jimny जैसी पॉपुलर SUV को पीछे छोड़ते हुए Gurkha को चुना गया है.

India AI Based Weapon: भारत ने एक AI आधारित ऑटोनोमस लीथल वेपन सिस्टम Negev LMG विकसित किया है. ये दुश्मनों को पहचानकर निशाना बनाता है. 14,000 फीट की ऊंचाई पर इसका सफल परीक्षण किया गया है. इसकी खूबी है कि कठिन मौसम और जोखिम भरे इलाकों में बगैर मानव हस्तक्षेप के दुश्मनों से निपट सकता है. यह पाकिस्तान से घुसपैठ रोकने में प्रभावी साबित हो सकता है.

Internet History in India: भारत में इंटरनेट की शुरुआत 15 अगस्त, 1995 को हुई. शुरू में केवल कॉरपोरेट घराने और अमीर लोग ही इसका उपयोग कर पाते थे, क्योंकि लागत काफी अधिक थी.1998 की नई दूरसंचार नीति ने निजी कंपनियों को मौका दिया, जिससे ब्रॉडबैंड और साइबर कैफे का चलन बढ़ा. 2016 में Reliance Jio के 4G लॉन्च ने सस्ता डेटा दिया और स्मार्टफोन भारत के गांव-गांव पहुंचाया.

T-90 Bhishma Tank Power: टी-90 भीष्म भारतीय सेना का एक शक्तिशाली टैंक है. भारतीय सेना के पास 1000 से अधिक टी-90 टैंक हैं. इस टैंक की मारक क्षमता 5 किमी है, जिसमें 125mm स्मूथ बोर गन और गाइडेड मिसाइलें हैं. इस टैंक में 2 किमी रेंज वाली एंटी एयरक्राफ्ट गन है, जो हेलीकॉप्टर को भी निशाना बना सकती है. यह टैंक प्रति मिनट 8 राउंड फायर कर सकता है।

First Use of Cannon in India: आधुनिक युद्धों में मिसाइल, ड्रोन और लेजर हथियारों का उपयोग होता है, लेकिन प्राचीन काल में तोपें युद्ध की ताकत थीं. भारत में तोप का पहला उपयोग 1526 में पानीपत के बाबर ने किया. बाबर की छोटी सेना ने इब्राहिम लोदी की विशाल सेना को तुलुघमा रणनीति और अराबा तकनीक के साथ तोपों की मदद से हराया.