
आशा कंडारा: झाड़ू लगानेवाली जो बन गई प्रशासनिक अधिकारी
BBC
जोधपुर की आशा की संघर्षपूर्ण कहानी प्रेरणा की अद्भुत मिसाल है. आख़िर कैसे किया उन्होंने ये कमाल.
कोई काम छोटा- बड़ा नहीं होता. ये बात कहने वाली आशा कंडारा इसकी ख़ुद एक जीती जागती मिसाल हैं. राजस्थान के जोधपुर शहर से आने वाली 40 साल की आशा कंडारा ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा में 728वीं रैंक हासिल की है. शायद ये पढ़कर आपको आश्चर्य ना हो, लेकिन जब आशा के सफ़र और संघर्ष को जानेंगे तो आप भी इस कामयाबी को बेमिसाल कहने से रुक नहीं पाएंगे. आशा कंडारा ने बीबीसी को बताया कि उनके पिता राजेंद्र कंडारा फ़र्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया में अकाउंट ऑफ़िसर थे और मां गृहस्थी संभालती थी. घर में पढ़ाई को काफ़ी अहमियत भी दी जाती थी, लेकिन संयुक्त परिवार और सामाजिक दबाव के कारण बारहवीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद उनकी शादी कर दी गई.More Related News