आम आदमी की जेब को थोड़ी राहत, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुई इतनी गिरावट
AajTak
1 नवंबर यानी मंगलवार से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 40 पैसे की गिरावट की गई है. नई कीमत 1 नवंबर से लागू की जाएगी.
देशभर में लोगों के लिए राहत की खबर आई है. 1 नवंबर यानी मंगलवार से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 40 पैसे की गिरावट की गई है. नई कीमत 1 नवंबर सुबह 6 बजे से लागू की जाएगी. बता दें कि देशभर में 22 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क (Excise Duty) में कमी की थी. जिसके बाद से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है.
बतात चलें कि सोमवार सुबह ही गिरावट का अनुमान जताया गया था. इंटरनेशनल मार्केट में लंबे समय से क्रूड ऑयल 95 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है. ऐसे में जनता को पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की उम्मीद जताई जा रही थी. शाम होते होते 40 पैसे की राहत का ऐलान कर दिया गया.
महानगरों में सोमवार को ये हैं तेल की दाम
31 अक्टूबर यानी सोमवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर बिका. इसके अलावा चेन्नई में पेट्रोल का भाव 102.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल का भाव 94.24 रुपये प्रति लीटर है. वहीं, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. अब सभी जगहों पर 40 पैसे की गिरावट की जाएगी जोकि 1 नवंबर सुबह 6 बजे से ही लागू होंगी.
फिलहाल नोएडा में पेट्रोल का भाव 96.57 रुपये और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. गुरुग्राम में पेट्रोल 97.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर पर टिका हुआ है. इसके अलावा चंडीगढ़ में पेट्रोल 96.20 रुपये और डीजल 84.26 रुपये प्रति लीटर पर अपरिवर्तित है. वहीं, यूपी की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल का भाव 96.57 रुपये और डीजल की कीमत 89.76 रुपये प्रति लीटर है. इसके अलावा राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 113.65 रुपये और डीजल 98.39 रुपये है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.