
आतंकी मसूद अजहर पर सवालों से बचते रहे शहबाज शरीफ, लेकिन बिलावल बोले- अफगानिस्तान में छिपा है
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SCO Summit 2022: अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था FATF के दवाब में पाकिस्तान लगातार यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वह आतंकवादियों पर कार्रवाई कर रहा है. ऐसा इसलिए ताकि वह FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आ सके. हाल ही में पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशनल कमांडर साजिद मीर पर भी कार्रवाई करने का दावा किया था लेकिन कुछ समय पहले तक वह साजिद मीर को मरा हुआ बता रहा था.
SCO Summit 2022: एससीओ समिट के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के अफगानिस्तान में छिपने होने का दावा किया. पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने एएनआई से कहा कि आतंकवादी मसूद अजहर अफगानिस्तान में है. अजहर अब केवल भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा नहीं रहा. यह भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच एक त्रिपक्षीय मुद्दा बन गया है.
वहीं एएनआई ने पाक पीएम शहबाज शरीफ से भी मसूद अजहर से बारे में जानने की कोशिश की लेकिन वह सवालों से बचते नजर आए. हालांकि सुरक्षाबलों ने उन्हें भी सवाल पूछने से मना कर दिया. वैसे पहले से ही पाकिस्तान और अफगानिस्तान एक-दूसरे के देश में मसूद अजहर के छिपने होने का दावा कर रहे हैं.
#WATCH | Uzbekistan | Pakistan PM Shehbaz Sharif questioned about Jaish-e-Mohammad (JeM) chief Maulana Masood Azhar pic.twitter.com/2hgrpl5CC5
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को लिखा था पत्र
पाकिस्तान ने पिछले दिनों FATF की कार्रवाई से बचने के लिए अफगानिस्तान को पत्र लिखकर मसूद अजहर को गिरफ्तार करने की मांग की थी. पाकिस्तान ने पत्र में कहा था कि मसूद अजहर के अफगानिस्तान के नंगरहार और कुनार इलाकों में छिपे होने की संभावना है. ऐसे में उसे गिरफ्तार कर सूचित किया जाना चाहिए.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.