'आडवाणी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में लाने का करें इंतजाम'... राम विलास वेदांती का CM योगी से आग्रह
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राम विलास वेदांती का यह बयान 18 दिसंबर को राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय द्वारा आडवाणी और भाजपा के एक अन्य दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को उनकी उम्र के कारण समारोह में शामिल न होने की 'सलाह' देने के कुछ दिनों बाद आया है.
राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे पूर्व भाजपा सांसद राम विलास वेदांती ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वह 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी को अयोध्या लाने की व्यवस्था करें. राम विलास वेदांती ने कहा, 'आडवाणी को अपनी आंखों से रामलला को सिंहासन पर विराजमान देखना चाहिए...यह न केवल देश की, बल्कि दुनिया भर के हिंदुओं की इच्छा है, क्योंकि राम मंदिर आंदोलन में आडवाणी का योगदान बहुत बड़ा है'.
वेदांती का यह बयान 18 दिसंबर को राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय द्वारा आडवाणी और भाजपा के एक अन्य दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को उनकी उम्र के कारण समारोह में शामिल न होने की 'सलाह' देने के कुछ दिनों बाद आया है. राम विलास वेदांती ने कहा कि भाजपा आज जहां है वहां तक पहुंचने में अटल (बिहारी वाजपेयी), आडवाणी और जोशी ने बहुत योगदान दिया है. उन्होंने कहा, 'आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी रथ यात्रा के माध्यम से राम मंदिर आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान दिया है. मैं चाहता हूं कि जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही हो तो यूपी सरकार, खासकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को, आडवाणी को गर्भगृह में लाने की व्यवस्था करनी चाहिए'.
चंपत राय ने दिया था आडवाणी-जोशी की अधिक उम्र का हवाला
इस महीने की शुरुआत में, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आडवाणी और जोशी को उनकी उम्र के कारण समारोह में नहीं आने की सलाह दी थी. राय ने कहा था, 'दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.' हालांकि, एक दिन बाद 19 दिसंबर को विश्व हिंदू परिषद ने हस्तक्षेप किया और इसके कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने एक बयान में कहा, 'आडवाणी और जोशी दोनों ने मुझसे कहा कि वे 22 जनवरी को होने वाले समारोह में शामिल होने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे'. बता दें कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम में मुख्य यजमान के रूप में आमंत्रित किया गया है. भक्त 26 जनवरी से मंदिर के गर्भ गृह में रामलला के दर्शन कर सकेंगे. इससे पहले पीएम मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण करेंगे.
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