आज का दिनः क्या होगा महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार का फॉर्मूला?
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सुप्रीम कोर्ट में और चुनाव आयोग में शिवसेना पर दावे को लेकर छिड़ी जंग के बीच महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार अटका हुआ है. इस बीच कयास लग रहे हैं कि आज शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है. कहा जा रहा है कि कुल 14 मंत्रियों का आज शपथ ग्रहण हो सकता है.
एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बने करीब एक महीने से भी ज्यादा हो चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट में और चुनाव आयोग में पार्टी पर दावे को लेकर छिड़ी जंग के बीच शिंदे और फडणवीस की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार अटका हुआ है. इस बीच कयास लग रहे हैं कि आज शिंदे सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है. कहा जा रहा है कि कुल 14 मंत्रियों का आज शपथ ग्रहण हो सकता है.
इससे पहले राजधानी दिल्ली में बैठकों का सिलसिला भी चला. अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा तक, फडणवीस और शिंदे के साथ कैबिनेट की शक्ल-सूरत को लेकर मंथन कर चुके हैं. बीते शनिवार को ये भी खबर आई थी कि महाराष्ट्र के तमाम विभागों में मंत्रियों के न होने की वजह से सचिवों को उन विभागों के प्रभार सौंपे गए हैं. सवाल ये है कि जब मंत्रियों की अनुपस्थिति में विभागों के तमाम काम लटके हुए हैं, शिंदे के साथ नंबर्स भी हैं, फिर कैबिनेट विस्तार में ये एक महीने से ज्यादा का वक्त क्यों लग गया?
क्लाइमेंट चेंज पर अमेरिका का नया बिल कितना कारगर होगा?
अमेरिका में जो बाइडेन प्रशासन नवंबर में होने वाले मिड टर्म इलेक्शंस से ठीक पहले एक राहत की खबर लेकर आया है. अमेरिकी सीनेट ने रविवार को क्लाइमेट चेंज से लड़ने, दवा की कम कीमतों और कुछ कॉर्पोरेट टैक्सेस को बढ़ाने के उद्देश्य से 430 बिलियन डॉलर का एक डिटेल्ड बिल पास किया जिसे राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए एक बड़ी जीत माना जा रहा है. खासकर तब, जब ये कहा जाने लगा था कि बाइडेन की लोकप्रियता लगातार घटती जा रही है.
कोविड के कारण लागू प्रतिबंध हटाए जाने के बाद अमेरिका में बढ़ती महंगाई एक बड़ी चिंता बन कर सामने आई है और इस पर बाइडेन लगातार घिर भी रहे थे. इसी तरह क्लाइमेट चेंज का मुद्दा भी था. अब इस बिल के आने के बाद कहा जा रहा है कि इससे देश का कार्बन एमिशन करीब 40 परसेंट कम हो जाएगा. तो अब ये समझने के लिए कि क्लाइमेट चेंज पर इस बिल के आने का मतलब क्या है अमेरिका में, मुद्दे के तौर पर ये कितने बड़े लेवल पर था और इसके आने से क्या बदलेगा?
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मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.