आगरा: 300 साल पुराना मंदिर, बाबर के जमाने की दरगाह...आस्था के फेर में पड़ा रेलवे का अतिक्रमण हटाओ अभियान
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आगरा में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन से सटे चामुंडा देवी मंदिर के महंत वीरेंद्र आनंद ने इंडिया टुडे को मंदिर का इतिहास बताया. महंत ने कहा- यह मंदिर 250 साल से ज्यादा पुराना है. हम मर जाएंगे लेकिन इस मंदिर की एक ईंट भी कोई नहीं हिला पाएगा.
उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन (Raja ki mandi railway station) से सटे चामुंडा देवी मंदिर (chamunda devi mandir) को शिफ्ट करने का विवाद काफी गहरा गया है. रेलवे को मंदिर हटाने से रोकने के लिए अब हिंदू संगठनों ने सामूहिक आत्महत्या की धमकी दी है. हिंदू संगठनों का कहना है कि अंग्रेजों के जमाने में भी मंदिर नहीं हटाया गया तो अब कैसे हटाया जा सकता है? ये हमारी आस्था से जुड़ा विषय है.
राइट विंग के कार्यकर्ताओं ने कहा कि चामुंडा देवी मंदिर 300 साल पुराना है. अगर इसे हटाया गया तो हम सामूहिक बलिदान देंगे. बीते दिनों आगरा के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) आनंद स्वरूप ने रेलवे स्टेशन परिसर से मंदिर को शिफ्ट करने के संबंध में एक नोटिस जारी किया है. यहां रेलवे का विस्तार होना है. नोटिस में लिखा गया है- मंदिर को शिफ्ट करने की जरूरत है, क्योंकि इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मंदिर नहीं हटाया गया तो रेलवे प्लेटफॉर्म शिफ्ट करना पड़ेगा.
विरोध में डीआरएम कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा
इस नोटिस के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इससे पहले मंदिर के महंत और श्रद्धालुओं ने भी दो टूक शब्दों में कह दिया है मंदिर नहीं हटेगा, स्टेशन कहीं भी ले जाओ. मंदिर हटाने के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और डीआरएम के कार्यालय में हनुमान चालीसा का पाठ किया.
मर जाएंगे, मगर ईंट नहीं हिलने देंगे: मंदिर के मंहत
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