आईडीबीआई बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया जारी: शीर्ष अधिकारी
The Wire
वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने बताया कि आईडीबीआई बैंक में बेची जाने वाली हिस्सेदारी की मात्रा प्रचार-प्रसार ख़त्म होने के बाद पता चल जाएगी. फिलहाल आईडीबीआई बैंक का प्रबंधकीय नियंत्रण एलआईसी के पास है. सरकार के पास इस बैंक की 45.48 फ़ीसदी हिस्सेदारी है, जबकि एलआईसी के पास 49.24 फ़ीसदी हिस्सा है.
पांडेय ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के सार्वजनिक निर्गम के संबंध में राजधानी दिल्ली में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि आईडीबीआई बैंक के निजीकरण की भी तैयारी चल रही है. फिलहाल आईडीबीआई बैंक का प्रबंधकीय नियंत्रण एलआईसी के ही पास है.
पांडेय ने कहा, ‘आईडीबीआई बैंक में बेची जाने वाली हिस्सेदारी की मात्रा प्रचार-प्रसार खत्म होने के बाद पता चल जाएगी. उसके बाद अभिरुचि पत्र (ईओआई) की संरचना को अंतिम रूप दिया जाएगा. एक बात तो साफ है कि इसका प्रबंधकीय नियंत्रण सौंप दिया जाएगा, जो अभी एलआईसी के पास है. जब हम ईओआई की संरचना तय कर लेंगे तो यह फैसला भी किया जाएगा कि कितनी इक्विटी पर प्रबंधकीय नियंत्रण तय किए जाए.”
सरकार आईडीबीआई बैंक में अपनी समूची हिस्सेदारी को एकबारगी या किस्तों में बेचने का फैसला कर सकती है, लेकिन यह निवेशकों से मिलने वाले रुझान पर निर्भर करेगा. सरकार के पास इस बैंक की 45.48 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि एलआईसी के पास 49.24 फीसदी हिस्सा है.
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने मई 2021 में ही आईडीबीआई बैंक के रणनीतिक विनिवेश और प्रबंधकीय नियंत्रण के हस्तांतरण को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी.