आंबेडकर के सपने और केजरीवाल की राजनीति में क्या कोई मेल है?
BBC
आम आदमी पार्टी को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर आख़िर क्यों याद आ रहे हैं? इसके राजनीतिक मायने क्या हैं? क्योंकि पिछले तीन दशकों से बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के जरिए देश की ज़्यादातर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करने की कोशिश की है.
साल 1984. बहुजन समाज पार्टी की स्थापना के बाद कांशीराम की सभाओं में एक नारा ज़ोर शोर से गूंजता था- ''बाबा तेरा मिशन अधूरा, कांशीराम करेंगे पूरा."
बाबा साहब भीम राव आंबेडकर से जुड़े इस नारे के साथ बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश सहित दूसरे कई राज्यों में दलितों का एक बड़ा जनाधार खड़ा कर लिया.
क़रीब 37 साल बाद कांशीराम का वो नारा अब आम आदमी पार्टी में सुनने को मिल रहा है. बदला है तो सिर्फ़ नाम. नारे में अब कांशीराम के बदले अरविंद केजरीवाल का नाम जुड़ गया है. ये नया नारा है, ''बाबा तेरा सपना अधूरा, केजरीवाल करेगा पूरा.''
केजरीवाल इन दिनों अलग-अलग मंचों से और इंटरव्यू में बार-बार इस बात को दोहराते हैं कि बाबा का सपना अब वही पूरा करेंगे. सिर्फ़ नारा ही नहीं आम आदमी पार्टी के दफ़्तरों से लेकर पोस्टरों तक में, बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं.
आख़िर आम आदमी पार्टी को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर क्यों याद आ रहे हैं? इसके राजनीतिक मायने क्या हैं? क्योंकि पिछले तीन दशकों से बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के ज़रिए देश की ज़्यादातर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करने की कोशिश की है.