अहमदाबाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के वाहनों पर जाली लगाने के आदेश, संवेदनशील इलाकों में बढ़ी सुरक्षा
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शहर के मुस्लिम इलाके में रेली और बंद के बाद शहर में तनाव जैसा हो गया तो वहीं एक जुलाई को शहर में भगवान जगन्नाथ की 13 किमी लम्बी रथयात्रा भी निकल रही है. ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से सरकार कोई चूक बरतना नहीं चाहती है.
अहमदाबाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के वाहनों पर जाली लगाने के आदेश दिए गए हैं. ताकि उपद्रव के हालात में पुलिस और फायरब्रिगेड को नुकसान ना पहुंचे. शहर के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर आज अहमदाबाद के कई मुस्लिम इलाकों में विरोध प्रदर्शन के साथ बंद रखा गया. अहमदाबाद शहर के कालूपुर, दरियापुर, शाहपुर, जमालपुर, तीन दरवाजा जैसे इलाकों में आज जुमे की नमाज़ के बाद दुकानें बंद रखी गईं. इलाके के मुस्लिमों ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग के लिए बेनर लेकर रेली भी निकाली, जिसमें बड़ी तादाद में बच्चों को भी शामिल किया गया.
शहर के मुस्लिम इलाके में रेली और बंद के बाद शहर में तनाव जैसा हो गया तो वहीं एक जुलाई को शहर में भगवान जगन्नाथ की 13 किमी लम्बी रथयात्रा भी निकल रही है. ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से सरकार कोई चूक बरतना नहीं चाहती है.
दंगे या उपद्रव जैसे हालात से निपटने के लिए अहमदाबाद पुलिस और अहमदाबाद फायर ब्रिगेड की टीम को अपनी गाड़ियों के कांच के आगे लोहे की जाली लगाने के आदेश दिए. ताकि अगर दंगा और पथराव होता है तो पुलिस की गाडियों को कम से कम नुकसान हो. पुलिस ने जो संवेदनशील इलाके हैं वहां पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है.
बता दें कि आज पैगंबर विवाद मामले में दिल्ली में जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था. जो बाद में लखनऊ, सहारनपुर, हावड़ा, कोलकाता और मुंबई समेत कई शहरों में हुआ. इनमें से कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने हिंसा भी की. पुलिस पर पथराव किया. जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायरिंग भी की. फिलहाल सभी जगहों पर शांति हो गई है.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.