असहिष्णुता का हवाला देकर 2019 में आईएएस पद से इस्तीफ़ा देने वाले शाह फ़ैसल वापस सेवा में शामिल
The Wire
बताया जा रहा है कि शाह फ़ैसल ने अपने पिछले सभी ट्वीट डिलीट कर दिए हैं, जो केंद्र सरकार की आलोचना में लिखे गए थे. साथ ही वह सोशल मीडिया पर वर्तमान भाजपा सरकार की नीतियों के प्रबल समर्थक नज़र आ रहे हैं. इन दिनों वह अक्सर अपने ट्विटर हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों, बयानों और घोषणाओं को साझा कर रहे हैं.
श्रीनगर: देश में बढ़ती असहिष्णुता का हवाला दे 2019 में सरकारी सेवा छोड़ एक राजनीतिक पार्टी बनाने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल फिर से सेवा में शामिल हो गए हैं. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. But I had faith in myself. That I would undo the mistakes I had made. That life would give me another chance. A part of me is exhausted with the memory of those 8 months and wants to erase that legacy. Much of it is already gone. Time will mop off the rest In believe. 2/3 No amount of empathy is enough to understand the trauma Kashmiri Pandit community has experienced.
उन्होंने कहा कि फैसल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था. — Shah Faesal (@shahfaesal) April 27, 2022 If the cinematic depiction of this trauma has exposed some inconvenient truths, let's listen atleast.
अधिकारियों ने कहा कि फैसल की सेवाओं को जम्मू कश्मीर के सामान्य प्रशासन विभाग के अधीन रखा गया है. उन्होंने कहा, ‘वह पोस्टिंग के आदेशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’ We have full solidarity with the victims of terrorism.#KashmirFiles
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की. सूत्रों ने कहा कि राजनीति छोड़ने वाले फैसल को गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में वापस ले लिया गया है और उनके दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में तैनात होने की संभावना है. — Shah Faesal (@shahfaesal) March 19, 2022