
असम: ज़रूरतमंदों के लिए चिह्नित ज़मीन मुख्यमंत्री के परिवार से जुड़ी कंपनी के पास कैसे पहुंची
The Wire
एक्सक्लूसिव: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की पत्नी रिनिकी भूयां शर्मा द्वारा शुरू की गई कंपनी आरबीएस रिएल्टर्स द्वारा 'सीलिंग सरप्लस' भूमि का अधिग्रहण राज्य सरकार की भूमि आवंटन नीति पर सवाल खड़े करता है.
यह इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट द वायर और गुवाहाटी के न्यूज़ पोर्टल द क्रॉसकरेंट द्वारा साझेदारी में की गई है.
नई दिल्ली/गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा राज्य भर में किसान परिवारों की उनकी बसावट वाली जमीन से बेदखली का अभियान चला रहे हैं. उनका कहना है कि किसी को भी गैरकानूनी ढंग से सरकारी जमीन पर कब्जा करने का अधिकार नहीं है.
लेकिन, द वायर और द क्रॉसकरेंट द्वारा की गई एक तफ़्तीश से यह बात सामने आई है कि आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक हिमंता बिस्वा शर्मा की पत्नी रिनिकी भूयां शर्मा द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक रियल एस्टेट कंपनी- जिसमें उनके बेटे नंदिल बिस्वा शर्मा के वित्त वर्ष, 2020 तक काफी शेयर थे- ने 18 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है, जबकि इन जमीनों को भूमिहीनों, और संस्थाओं के लिए चिह्नित किया गया था.
यह जमीन इसके कब्जे, बिक्री तथा उपयोग का नियमन करने वाले आधिकारिक नियमों का उल्लंघन करते हुए हासिल की गई.