अवैध हथियार के साथ इंस्टाग्राम पर डाले फोटो और वीडियो, जींद पुलिस ने दो युवकों को किया गिरफ्तार
AajTak
जींद के रहने वाले दो युवकों को पुलिस ने इंस्टाग्राम पर हथियारों के साथ फोटो डालने के आरोप में गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है कि ये हथियार उनके पास कैसे आए. मामले में कार्रवाई जारी है.
हरियाणा के जींद में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, दोनों युवकों ने इंस्टाग्राम पर अवैध हथियारों के साथ फोटो और वीडियो बनाकर डाले हैं. मामला उचाना थानाक्षेत्र का है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों में से एक का नाम मनदीप काकड़ौदिया है.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि मनदीप काकड़ौदिया नामक युवक ने अपने साथी के साथ मिलकर इंस्टाग्राम पर कई सारे वीडियो और फोटो डाले हैं. इनमें दोनों अवैध हथियारों का प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस ने इस सूचना पर तुरंत एक्शन लिया. फिर मनदीप और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया.
फिलहाल पुलिस दोनों से हथियारों के संबंध में पूछताछ कर रही है. एसपी सुमित कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ रील्स बनाएगा या पोस्ट करेगा, उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, हाल ही में सोनीपत के राई में पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से अवैध हथियार सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पहले मामले में क्राइम यूनिट गन्नौर में नियुक्त मुख्य सिपाही अमित कुमार की टीम ने जीटी रोड पर कुंडली के पास से सोनू उर्फ गोलू को अवैध पिस्तौल और दो कारतूस सहित काबू किया था. दूसरे मामले में चोरी निरोधक टीम ने गांव मनौली टोंकी निवासी सचिन को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने बताया कि उसने उत्तर प्रदेश में एक राहगीर से हथियार खरीदा था.
वहीं, दूसरी तरफ महेंद्रगढ़ में सीआईए नारनौल की टीम द्वारा अवैध हथियार रखने के शौकीन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर अलग–अलग स्थानों से तीन आरोपियों को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था. आरोपियों के खिलाफ संबंधित थाना में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए आरोपितों में दो हिस्ट्री शीटर शामिल हैं. तीनों आरोपितों के खिलाफ पहले से छह से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं.
महाराष्ट्र चुनावों के नतीजों के बाद यह सवाल बड़ा है कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? देवेंद्र फडणवीस की भाजपा ने शानदार जीत हासिल की है. सवाल यह है कि क्या वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वापस आएंगे या कोई अन्य चेहरे को मौका मिलेगा? लेकिन इन सब सवालों के बीच एक सवाल ये भी कि क्या अब M फैक्टर मतलब मुस्लिम नहीं महिला? देखें
सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन ने महाराष्ट्र चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की, तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नतीजों से यह मुद्दा सुलझ गया है कि असली शिवसेना कौन सी है. इस चुनाव में बड़ी हार के बाद अब 64 वर्षीय उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के सामने अपनी पार्टी और कार्यकर्ताओं एकजुट रखने की चुनौती होगी.
मालेगांव सेंट्रल सीट से एआईएमआईएम के मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जीत तो हासिल की लेकिन वो भी बेहद कम मार्जिन से. मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल को 109653 वोट मिले. वहीं, उनके जीत का मार्जिन केवल 162 वोट का रहा. उन्होंने महाराष्ट्र की इंडियन सेक्युलर लार्जेस्ट असेंबली पार्टी ऑफ़ महाराष्ट्र से उम्मीदवार आसिफ शेख रशीद को हराया. उन्हें 109491 वोट मिले.
'साहित्य आजतक 2024' के मंच पर शनिवार को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विशेष रूप से आमंत्रित थीं. मौका था 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' के 2024 के समारोह का. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने अलग-अलग 8 कैटेगरी में सम्मान दिए और लेखक गुलज़ार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया. देखें इस दौरान महामहीम का भाषण.
महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है. कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया. हमारी सरकार ने मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया. मातृभाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है.
भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.