अविश्वास प्रस्ताव से डरे इमरान खान? पाकिस्तानी पीएम ने सांसदों की निगरानी का दिया आदेश
ABP News
पीपीपी सांसदों ने कहा कि अगर सिंध हाउस की सुविधाओं या उनके सदस्यों को कोई नुकसान होता है तो सरकार जिम्मेदार होगी और यह कानून और संविधान का उल्लंघन होगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले राजनीति में भूचाल आ गया है. पाकिस्तान की राजनीति में तब हलचल मच गई, जब सरकार के एक शीर्ष मंत्री ने इस्लामाबाद के सिंध हाउस में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) पर सांसदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष ने सत्ताधारी पार्टी के कुछ सांसदों को अपने कब्जे में ले लिया है. इमरान सरकार ने विपक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी प्लान बना लिया है.
प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की एक बैठक हुई, जिसमें सिंध प्रांत में पीपीपी सरकार द्वारा नियंत्रित सांसदों और सिंध हाउस की सख्ती से निगरानी करने का निर्णय लिया गया, ताकि "यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई सांसद हॉर्स-ट्रेडिंग का शिकार न हो जाए. विपक्षी पीपीपी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पीटीआई के नेतृत्व वाली सरकार संघीय राजधानी में सिंध हाउस पर हमले की योजना बना रही है.