अयोध्या: 29 साल बाद शुरू हुआ इन प्राचीन मूर्तियों पूजन, जानें कारण
ABP News
अयोध्या में कारसेवक पुरम के यज्ञशाला में कई प्राचीन मूर्तियों को पहुंचाया गया है. 29 साल बाद इन मूर्तियों का पूजन शुरू किया गया है.
अयोध्या. साल 1992 में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने 67 एकड़ में स्थित राम जन्मभूमि के आसपास के मंदिरों का अधिग्रहण कर लिया था. उन मंदिरों में राग भोग और पूजन 1992 से ही बंद चल रहा था. अयोध्या विवाद पर फैसला आने के बाद ट्रस्ट का गठन हुआ और ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया. राम मंदिर निर्माण में बाधा बन रहे जर्जर और जीर्ण शीर्ण प्राचीन मंदिरों को जमींदोज किया गया और उनकी प्राचीन मूर्तियों को उठाकर मानस भवन में सुरक्षित रखा गया था. हालांकि बाद में रामलला के मंदिर निर्माण में मानस भवन के कुछ हिस्से को गिराया गया. उसके बाद राम जन्मभूमि परिसर के दर्जनभर मंदिर जो प्राचीन थे जिसमें साक्षी गोपाल, सीता रसो,ई राम खजाना, लक्ष्मण भवन, आनंद भवन जैसे तमाम प्राचीन मंदिर के विग्रहों को सुरक्षित रखा गया है. अब इन विग्रहों की स्थापना श्री कारसेवक पुरम स्थित यज्ञशाला में की गई है जहां पर नियम से दोनों समय भगवान का राग भोग और आरती पूजा शुरू की गई है.More Related News