अमेरिकी सिख संगठन ने 850 ‘पवित्र वन’ में पौधारोपण का काम किया पूरा, COP28 में अपनी कार्य योजना करेगा प्रस्तुत
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‘इकोसिख’ की स्थापना 2009 में जलवायु परिवर्तन के प्रति सिख समुदाय के कदमों के रूप में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से की गई थी. एक दशक से अधिक समय से ‘इकोसिख’ भारत में पर्यावरण के मुद्दों पर काम कर रहा है और अब इसकी कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड और अमेरिका में शाखाएं हैं.
अमेरिका में सिखों से संबंधित एक पर्यावरण संगठन ‘इकोसिख’ ने 850 ‘पवित्र वनों’ में पौधारोपण पूरा कर लिया है तथा दुबई में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन (सीओपी28) में इस संबंध में प्रगति को लेकर रिपोर्ट और कार्य योजना प्रस्तुत करेगा. ‘पवित्र वन’ सामुदायिक रूप से संरक्षित वन को कहा जाता है. स्थानीय आबादी इस तरह के वन का संरक्षण करती है.
‘इकोसिख’ के वैश्विक अध्यक्ष राजवंत सिंह पारिस्थितिकी की बहाली के लिए एक प्रभावी जलवायु समाधान के रूप में ‘पवित्र वन’ की पहल का प्रदर्शन करेंगे और सरकारी संगठनों तथा अन्य समूहों के साथ सहयोग की पेशकश करेंगे. उन्हें सीओपी28 के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदनान जेड अमीन द्वारा ‘शहरी ज्ञान: स्वदेशी ज्ञान और भविष्य के शहरों का शासन’ नामक एक पैनल को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है.
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक की जयंती पर ‘इकोसिख’ ने लुधियाना के मध्य में 1,313 पेड़ों के साथ अपना 850वां ‘पवित्र वन’ तैयार किया. ‘इकोसिख’ दुबई में विभिन्न हितधारकों की बैठक में अपनी प्रगति संबंधी रिपोर्ट और कार्य योजना प्रस्तुत करेगा. दुबई में सीओपी28 के आयोजन के दौरान 60,000-80,000 प्रतिनिधियों तथा 140 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों के शिरकत करने की उम्मीद है.
सिंह ने कहा, ‘‘विनाशकारी बढ़ते तापमान के जवाब में हम सभी को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है. हम अपने चारों ओर जिन पारिस्थितिकीय आपदाओं का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान खोजने के लिए हम किसी संगठन या सरकार का इंतजार नहीं कर सकते. कई समुदाय अपने नियंत्रण से परे कई पर्यावरणीय कारकों के कारण अपनी पैतृक भूमि खो रहे हैं. जब लोग आपदा से पीड़ित हों तो हम बैठकर नहीं देख सकते.’’
‘इकोसिख’ की स्थापना 2009 में जलवायु परिवर्तन के प्रति सिख समुदाय के कदमों के रूप में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से की गई थी. एक दशक से अधिक समय से ‘इकोसिख’ भारत में पर्यावरण के मुद्दों पर काम कर रहा है और अब इसकी कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड और अमेरिका में शाखाएं हैं.
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