अमेरिका में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऐसा क्या कहा कि पाकिस्तान में छिड़ गई बहस
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, भारत ने कभी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया बल्कि खुद पाकिस्तान ने इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि, भारत ने तो पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी दिया हुआ था, जबकि भारत को पाकिस्तान की तरफ से वह दर्जा नहीं मिला. एस. जयशंकर के बयान पर पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान तो नहीं आया लेकिन वहां बैठे विदेशी मामलों के जानकारों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रिया जरूर देखने को मिली है.
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री जयशंकर ने जो कहा, पाकिस्तान में उस पर चर्चा छिड़ गई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि, भारत ने कभी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया बल्कि खुद पाकिस्तान ने इसकी शुरुआत की थी. एस. जयशंकर ने कहा कि, भारत ने तो पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी दिया हुआ था, जबकि भारत को पाकिस्तान की तरफ से वह दर्जा नहीं मिला.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा कि, व्यापार के मामले में अभी तक ना कोई पहल भारत की ओर से हुई है और ना ही पाकिस्तान की ओर से ऐसा कुछ किया गया है.
अब जाहिर है कि, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के व्यापार को लेकर ऐसे बयान पर पाकिस्तान में हलचल तो होनी ही थी. एस जयशंकर के बयान पर शहबाज शरीफ सरकार का कोई आधिकारिक बयान तो नहीं आया लेकिन पाकिस्तान में बैठे विदेशी मामलों के जानकारों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रिया जरूर देखने को मिली है.
अब्दुल बासित बोले- एस जयशंकर ने ठीक बात कही लेकिन...
पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा कि, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने बयान में बिल्कुल ठीक कहा है. काफी साल पहले ही भारत ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दे दिया था. हालांकि, हमारी अर्थव्यवस्था छोटी है इसलिए हमारे लिए आसान नहीं था कि भारत को भी हम यह दर्जा दे पाएं.
अब्दुल बासित ने कहा कि, बेशक पाकिस्तान को भारत की ओर से यह दर्जा मिला हुआ था लेकिन भारत ने ही हमेशा कारोबार में फायदा उठाया. साल 2019 से पहले भारत 1.9 अरब डॉलर का सामान निर्यात करता था जबकि पाकिस्तान सिर्फ 300 से 400 मिलियन डॉलर का सामान ही भेज पाता था.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, भारत ने कभी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया बल्कि खुद पाकिस्तान ने इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि, भारत ने तो पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी दिया हुआ था, जबकि भारत को पाकिस्तान की तरफ से वह दर्जा नहीं मिला. एस. जयशंकर के बयान पर पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान तो नहीं आया लेकिन वहां बैठे विदेशी मामलों के जानकारों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रिया जरूर देखने को मिली है.
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