
अमेरिका में बढ़ रहे बीफ़ के दाम, कैसे निबटेगे राष्ट्रपति जो बाइडन?
BBC
अमेरिका में मीट, बीफ़ के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इससे छोटे कारोबारियों का धंधा मंदा हो गया है. प्रशासन स्थिति में सुधार के लिए क़दम उठा रहा है. तो क्या बढ़ती कीमतों को थाम पाएंगे राष्ट्रपति जो बाइडन? और क्या है बढ़ती कीमतों की वजह?
न्यूयॉर्क सिटी के क्वींस इलाक़े के 'लिटिल इंडिया' में अधिकतर दक्षिण एशियाई प्रवासी रहते हैं. यहां ये हर रोज़ की तरह एक व्यस्त दिन है. लेकिन अल नूर मीट मार्केट में थोड़ी ख़ामोशी है. ये 73वीं स्ट्रीट पर एक हलाल मीट शॉप है.
ग्राहकों के न आने की वजह कोविड नहीं बल्कि मांस के दाम हैं जो हाल के महीनों में अमेरिका में काफ़ी बढ़ चुके हैं.
दुकान पर कसाई का काम करने वाले 36 वर्षीय शकील अंजुम कहते हैं कि थोक बाज़ार में बकरे के गोश्त का दाम प्रति पौंड (453.59 ग्राम) 8 डॉलर से बढ़कर 10 डॉलर हो गया है जबकि बीफ़ का दाम 5 डॉलर से बढ़कर 6 डॉलर हो गया है.
शकील अंजुम कहते हैं, "जब दाम बढ़ते हैं तो लोग कम खाते हैं, दुकान ने अपने दाम कम रखे हैं ताकि कुछ ग्राहक आएं फिर भी काम बहुत मंदा है."
दुकान पर काम करने वाले 50 वर्षीय रज़ा जावेद कहते हैं कि बड़े मांस सप्लायर इसके लिए ज़िम्मेदार हैं.