
अमेरिका ने चीन को बताया 'बेड एक्टर्स', कहा- व्यापार वार्ता के केंद्र में हैं भारत जैसे देश
AajTak
इस बदलते परिदृश्य में भारत की स्थिति अहम होती जा रही है. बेसेंट ने जापान, दक्षिण कोरिया और भारत को व्यापार वार्ता के केंद्र में बताया और कहा कि इन देशों के साथ बातचीत प्राथमिकता पर है. उन्होंने कहा, “मैंने आज वियतनाम को देखा, जापान सबसे आगे है, फिर दक्षिण कोरिया और भारत हैं.”
अमेरिका ने वैश्विक व्यापार असंतुलन के लिए चीन को कठघरे में खड़ा करते हुए उसे "बेड एक्टर्स" करार दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन पर 125% आयात शुल्क लगाने और अन्य दर्जनों देशों पर लगाए गए टैरिफ पर अस्थायी विराम की घोषणा के बाद यह बयान आया है.
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि यह कोई ट्रेड वार नहीं है, बल्कि वैश्विक व्यापार में "बेड एक्टर्स" से निपटने की रणनीति है. स्कॉट बेसेंट ने कहा कि "हमने देखा है कि कुछ देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में असंतुलन पैदा कर रहे हैं, और चीन उनमें सबसे प्रमुख है."
ट्रंप प्रशासन द्वारा हाल ही में घोषित व्यापक टैरिफों में अधिकांश पर 90 दिनों का विराम दिया गया है, जिसे बेसेंट ने एक सफल "मोलभाव की रणनीति" करार दिया. उन्होंने कहा कि इस रणनीति के चलते अब तक 75 से अधिक देश अमेरिका के साथ बातचीत के लिए आगे आए हैं.
यह भी पढ़ें: 'चीन ट्रेड वॉर नहीं चाहता...' ट्रंप के 125% टैरिफ पर China ने ऐसे किया पलटवार
चीन द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ 34% से बढ़ाकर 84% किए जाने के बाद अमेरिका का यह रुख और सख्त हो गया है. बेसेंट के अनुसार, "राष्ट्रपति ट्रंप व्यक्तिगत रूप से व्यापार वार्ताओं में शामिल होंगे और 90 दिन की समयसीमा के भीतर सभी इच्छुक देशों से बातचीत की जाएगी."
भारत की भूमिका और संभावनाएं

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक जिला लेखा अधिकारी समेत तीन सरकारी कर्मचारियों के अपहरण की घटना से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने बताया कि अपहरण की घटना के दौरान एक अधिकारी नवीद जाफर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, जबकि अन्य अधिकारियों को सुरक्षा बलों ने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत सुरक्षित बचा लिया है.

अमेरिका ने ईरान पर हमला किया और फिर सीज़फायर का ऐलान किया, लेकिन अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईरान का परमाणु कार्यक्रम कुछ ही महीनों में फिर से हथियार बना सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान के परमाणु ठिकानों के 'पूरी तरह से जो नुक्लेअर परमाणु वहाँ पर फसिलटीज़ है ईरान की पूरी तरह से तबाह नष्ट हो जाना खत्म हो जाना मिटा देना' का दावा किया था, जो उनकी ही सरकार की गुप्त रिपोर्ट में गलत साबित हुआ.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान के परमाणु ठिकानों को 'ओबलिटेरटेड' यानी पूरी तरह तबाह करने का दावा किया था। हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन जैसे प्रतिष्ठित अमेरिकी मीडिया संस्थानों ने पेंटागन की एक गुप्त रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बहुत कम नुकसान हुआ है और यह सिर्फ कुछ महीने पीछे हुआ है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उनके हस्तक्षेप से भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध टला. हेग में नाटो समिट के दौरान उन्होंने कहा कि मोदी को व्यापार और युद्ध के बीच विकल्प दिए थे, जिसके बाद तनाव खत्म हुआ. कांग्रेस नेताओं ने ट्रंप के इस बयान पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की है.

ब्रिटेन की ओर से यूक्रेन को दिए जा रहे ये ASRAAM मिसाइल हैं, जो पहले लड़ाकू विमानों से हवा में मार करने के लिए इस्तेमाल होती थीं. अब ब्रिटिश इंजीनियरों ने इन्हें जमीन से लॉन्च करने लायक बना दिया है. इन्हें RAVEN ग्राउंड बेस्ड एयर डिफेंस सिस्टम के जरिए चलाया जाएगा, जिसे यूक्रेन को पहले ही दिया जा चुका है. जल्द ही ऐसे पांच और RAVEN सिस्टम यूक्रेन पहुंचाए जाएंगे, जिससे कुल संख्या 13 हो जाएगी.