
अमेरिका के हिंदू मंदिर में अनुसूचित जाति के मजदूरों के शोषण का क्या है मामला
BBC
अमेरिका में कई भव्य मंदिरों का निर्माण करने वाली संस्था बैप्स के ख़िलाफ़ न्यूजर्सी के मंदिर में काम करने वाले भारतीय मज़दूरों ने मुक़दमा दिया है.
अमेरिका में कई भव्य मंदिरों का निर्माण करने वाली संस्था बोचासंवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था या बैप्स के ख़िलाफ़ न्यूजर्सी के मंदिर में काम करने वाले मज़दूरों ने मुक़दमा किया है. उनका आरोप है कि उनसे बंधुआ मज़दूरों की तरह काम कराया गया और उनको सही मेहनताना भी नहीं दिया गया. मई की 11 तारीख को जिस दिन मुक़दमा किया गया उसी दिन अमेरिकी जांच संस्था एफ़बीआई ने रॉबिन्सवील इलाके में 159 एकड़ भूखंड पर स्थित बैप्स मंदिर पर छापा भी मारा. छापे में अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी और श्रम विभाग के एजेंट भी शामिल थे. खबरों के अनुसार, एफ़बीआई छापे के बाद करीब 90 कामगारों को मंदिर परिसर से बसों में बिठाकर ले गई. अब वे मज़दूर पुलिस के संरक्षण में हैं. न्यूजर्सी में अमेरिका की संघीय अदालत में बैप्स ट्रस्ट के ख़िलाफ़ 200 से अधिक मज़दूरों की तरफ़ से दायर मुकदमे में अमेरिकी श्रम कानून के घोर उल्लंघन का आरोप लगाया गया है.More Related News