
अमेरिका के जाने के बाद क्यों ठगा महसूस कर रहे हैं तालिबान? - प्रेस रिव्यू
BBC
अफ़ग़ानिस्तान पर क़ब्ज़ा कर चुके तालिबान अब सरकार बनाने की तैयारी में हैं. लेकिन अमेरिका से वो नाराज़ हैं. क्या है नाराज़गी की वजह. आज के अख़बारों की अहम ख़बरें पढ़िए.
अमेरिका के अफ़ग़ानिस्तान पूरी तरह छोड़ देने के बाद अब तालिबान ने कहा है कि वे ख़ुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. ऐसा इसलिए कि अमेरिकी सैनिकों ने अफ़ग़ानिस्तान छोड़ते समय अपने ज़्यादातर सैन्य विमानों और हेलिकॉप्टरों को ख़राब कर दिया. अंग्रेजी दैनिक हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक ख़बर के अनुसार, अमेरिकी सेना ने जैसे ही अफ़ग़ानिस्तान छोड़ा तालिबान लड़ाके खुशी से झूम उठे थे. उन्होंने 31 अगस्त को पश्चिमी देशों के सेनाओं के अंतिम गढ़ काबुल हवाईअड्डे पर मार्च किया और ख़ुशी में हवाई फ़ायरिंग भी की. लेकिन दो दिन बाद सब कुछ बदला सा लग रहा है. अख़बार ने क़तर के मीडिया समूह अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट का हवाला दिया है जिसमें तालिबान के एक लड़ाके ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि अमेरिकी उनके उपयोग के लिए कुछ हेलिकॉप्टर छोड़ देंगे. उन्होंने कहा, "हम मानते हैं कि यह एक राष्ट्रीय संपत्ति है. अब हमारी सरकार है, लिहाज़ा ये हमारे बहुत काम आ सकती है." 31 अगस्त को अमेरिकी सैनिकों के लौटने के बाद काबुल एयरपोर्ट के टर्मिनल के अंदर कपड़े, सामान और दस्तावेज़ों के ढेर चारों ओर बिखरे हुए थे. वहीं अमेरिकी सेना के कई सीएच-46 हेलिकॉप्टर हैंगर में खड़े थे. लेकिन अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने जाने से पहले 27 हमवी (हर तरह की सतह पर चलने वाली गाड़ी) और 73 एयरक्राफ्टों को निष्क्रिय बना दिया था. तालिबान के पास अब 48 एयरक्राफ्ट रह गए हैं. हालांकि इनमें से कितने चालू हैं, इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्ला मुजाहिद ने बुधवार को कहा कि उनकी तकनीकी टीम एयरपोर्ट की 'मरम्मत और सफाई' कर रही है और लोगों को फ़िलहाल एयरपोर्ट से दूर रहने की सलाह दी है.More Related News