अभी भी नरमी बरतने के मूड में नहीं हैं किसान! किसान महापंचायत के जरिए दबाव बनाने का प्लान
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पीएम मोदी ने शुक्रवार को तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया, इसके बावजूद किसान अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं. थोड़ी देर में लखनऊ में किसानों की महापंचायत होने वाली है. इससे पहले कल दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई जिसमें आंदोलन जारी रखने के फैसले के साथ पीएम मोदी के नाम छह मांगों की चिट्ठी जारी की गई. कल दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई. तय हुआ कि किसानों के आंदोलन के पहले से जो कार्यक्रम तय है वो जारी रहेंगे. मतलब ये कि किसान फिलहाल अपनी असली मांग के माने जाने के बावजूद, अपने घर नहीं लौटेंगे. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज देश में डिफेंस और रेलवे ये दो ऐसे सेक्टर हैं जिनके राजनीतिकरण से बचते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है. ये देश की ताकत हैं. रेलवे का पूरा फोकस गरीब और मिडल क्लास परिवारों पर. एसी और नॉन एसी कोच के रेशियो को मेंटेन किया गया. जब कई सदस्यों की ओर से जनरल कोच की डिमांड आई तो 12 कोच जनरल कोच बनाए जा रहे हैं. हर ट्रेन में जनरल कोच ज्यादा हो, इस पर काम किया जा रहा है.