अभिषेक बनर्जी: पश्चिम बंगाल में मोदी और शाह के निशाने पर रहने वाले ममता बनर्जी के भतीजे
BBC
साल 2012 में टीएमसी युवा मोर्चा अध्यक्ष के तौर पर शुभेंदु अधिकारी काफी ताकतवर हो रहे थे, कहा जाता है कि उनके पर कतरने के लिए अभिषेक बनर्जी को आगे लाया गया.
अगस्त, 1990 में कोलकाता के कालीघाट स्थित हरीश चटर्जी स्ट्रीट में दो साल का एक गोरा-चिट्टा बच्चा हाथ में कांग्रेस का झंडा लेकर नारे लगा रहा था. वह राहगीरों से बार-बार सवाल कर रहा था कि मेरी दीदी को क्यों मारा? दरअसल जो महिला उस दिन सीपीएम के कैडरों के हाथों मार खाकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी वह उस बच्चे की दीदी नहीं बल्कि बुआ थीं. लेकिन सबको दीदी कहते सुनकर वह भी तब बुआ को दीदी ही कहता था. वह महिला थीं ममता बनर्जी और वह बच्चा था उनका भाईपो यानी भतीजा अभिषेक बनर्जी. हाल में खुद ममता बनर्जी ने ही पहली बार पत्रकारों को यह बात बताई थी. दो साल का वह बच्चा आज पश्चिम बंगाल की राजनीति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में सबसे ताक़तवर नेता के तौर पर उभरा है. इसके साथ ही वह पार्टी छोड़ने वाले नेताओं के अलावा बीजेपी के तमाम नेताओं के हमलों के केंद्र में भी है.More Related News