'अब भविष्य इंतजार कर रहा है...', 370 पर SC के फैसले के बाद बोलीं शेहला रशीद
AajTak
कई मौकों पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुकीं शेहला रशीद के सुरों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. वे लगातार पीएम मोदी और अमित शाह की तारीफ कर रही हैं. साथ ही कश्मीर के बदलावों को भी सकारात्मक बता रही हैं. अब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि अब लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को बरकरार रखा है. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं. इसकी कोई आंतरिक संप्रभुता नहीं है. सीजेआई ने कहा कि राष्ट्रपति को आर्टिकल 370 हटाने का हक है और आर्टिकल 370 हटाने का फैसला संवैधानिक तौर पर सही था. अनुच्छेद 370 हटाने में कोई दुर्भावना नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर जेएनयू की छात्रा रहीं शेहला रशीद की प्रतिक्रिया सामने आई है.
शेहला रशीद ने ट्वीट कर कहा, ''मुझे उम्मीद है कि अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कुछ हद तक समाधान निकलेगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. जैसा कि जस्टिस कौल ने कहा, जो बीत गया सो बीत गया, लेकिन भविष्य हमारा इंतजार कर रहा है. शांति, समृद्धि और सद्भाव के लिए प्रार्थना.''
शेहला का विवादों से रहा है पुराना नाता
शेहला रशीद का नाता लगातार विवादों से रहा है. वे 2016 में चर्चा में आई थीं, जब JNU में कथित तौर पर भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाए गए थे. इस मामले में जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद की गिरफ्तारी हुई थी. इस दौरान शेहला रशीद ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. शेहला रशीद छात्रों के राजनीतिक प्रदर्शन के अधिकार को सख्ती से डिफेंड करती हुई नजर आती थीं. तब शेहला कई न्यूज चैनलों और कार्यक्रमों के प्लेटफॉर्म पर आईं और अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में खड़ी हुईं.
इसके बाद 5 अगस्त 2019 को जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटा दिया तो शेहला ने केंद्र के इस फैसले का तीखा विरोध किया. शेहला ने तब लगातार ट्वीट कर सेना और केंद्र पर आरोप लगाए थे. शेहला ने ट्वीट कर कहा था कि लोगों को आतंकित और प्रताड़ित किया जा रहा है, जम्मू-कश्मीर पुलिस के पास कोई अधिकार नहीं है. सेना रात के अंधेरे में लोगों के घर घुस में रही है और लोगों को उठा रही है. सेना ने शेहला के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था.
कुछ समय से शेहला में दिख रहा बदलाव
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.