अब तक 538... ट्रंप के फरमान के 72 घंटे बाद ही शुरू हो गई गिरफ्तारियां, मिलिट्री प्लेन से डिपोर्ट हो रहे प्रवासी!
AajTak
US immigration raid: तमाम आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ 'अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा एक्शन' शुरू कर दिया है. पहले ही दिन 538 अवैध प्रवासी गिरफ्तार किये गये हैं. पूरी कार्रवाई की जानकारी व्हाइट हाउस स्वयं दे रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के 72 घंटे के अंदर ही प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर एक्शन शुरू कर दिया है. पिछले 12 से 15 घंटे में ही ट्रंप प्रशासन ने हजार अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार और हिरासत में लिया है. इसी के साथ अमेरिकन ड्रीम की तलाश में US आए हजारों-लाखों लोगों के खिलाफ अमेरिकी अधिकारियों ने अबतक का सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
व्हाइट हाउस ने ट्वीट कर बताया कि अब तक 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 373 को हिरासत में लेकर फिलहाल कैंप भेज दिया गया है.
अवैध प्रवासियों के खिलाफ एक्शन यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट (US Immigration and Customs Enforcement, ICE) द्वारा लिया जा रहा है. ICE ने कहा है कि उन्होंने ट्रंप के वादे के मुताबिक सामूहिक निकासी का काम शुरू कर दिया है.
ICE के रडार पर वे प्रवासी हैं जिन्हें अमेरिकी अदालत किसी न किसी अपराध के मामले में सजा सुना चुकी है.
🚨DAILY IMMIGRATION ENFORCEMENT REPORTING FROM ICE🚨 538 Total Arrests 373 Detainers Lodged Examples of the criminals arrested below 🔽🔽🔽
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, वाशिंगटन, डी.सी., फिलाडेल्फिया, बोस्टन, अटलांटा, नेवार्क और मियामी सहित कई शहरों में यूएस एजेंट छापे मार रहे हैं. अमेरिकी फेडरल एजेंसियां इन जगहों को अवैध अपराधियों की सैंक्चुरी मानती है. ये ऐसे इलाके हैं जहां अवैध अपराधी आसानी से पनपते हैं और इन्हें संरक्षण भी मिलता है.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, भारत ने कभी पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद नहीं किया बल्कि खुद पाकिस्तान ने इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि, भारत ने तो पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी दिया हुआ था, जबकि भारत को पाकिस्तान की तरफ से वह दर्जा नहीं मिला. एस. जयशंकर के बयान पर पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान तो नहीं आया लेकिन वहां बैठे विदेशी मामलों के जानकारों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रिया जरूर देखने को मिली है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनके दो महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर जबर्दस्त चुनौती मिली है. 84 साल के जज ने जन्मजात नागरिकता पर ट्रंप के फैसले पर तात्कालिक रोक लगा दी है, वहीं बिशप एडगर बुड्डे ने थर्ड जेंडर पर उनके रवैये को लेकर ट्रंप को आईना दिखाया है और ऐसे सभी लोगों पर 'दया दिखाने' को कहा है. इन दोनों विरोध के स्वरों से ट्रंप तमतमाए हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए जल्द मिलने की इच्छा जाहिर की है. यह ऐलान ट्रंप के चुनावी वादे के अनुरूप है, जहां उन्होंने पहले दिन जंग समाप्त करने का वादा किया था. हालांकि उनके सलाहकार मानते हैं कि युद्ध खत्म करने में अभी कुछ महीने लग सकते हैं.
अमेरिका में रहते भारतीयों की बात करें तो दो तस्वीरें बनेंगी. एक चमचमाती तस्वीर, जिसमें इंडियन्स का नाम सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे इमिग्रेंट्स में आता है. उनकी कमाई भी आम अमेरिकियों से लगभग दोगुनी है. वहीं तस्वीर के दूसरे हिस्से में वे भारतीय हैं, जो चोरी-चुपके यूएस पहुंचे. अब भी न उनके पास दस्तावेज हैं, न ही ढंग की जिंदगी. अब नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उन्हें देश से बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम दावोस में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 'टीम इंडिया' वाले सपने में कोऑपरेटिव और कॉम्पिटिटिव फेडरलिज्म दोनों जरूरी हैं. फडनवीस ने अपने राजनीतिक सफर पर बात करते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में वे राजनीतिक और व्यक्तिगत रूप से काफी परिपक्व हुए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा सत्ता में आते ही जन्मजात नागरिकता को समाप्त कर दिया है. इससे अमेरिका में रहकर काम करने वाले उन भारतीयों को झटका लगा है जो वहां अपने बच्चे को जन्म देकर नागरिकता हासिल करना चाहते थे. अब जो भारतीय महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी से सातवें या आठवें महीने में हैं, वो 20 फरवरी को ट्रंप का आदेश लागू होने से पहले सी सेक्शन के जरिए अपने बच्चे को जन्म देना चाहती हैं.