![अफ़गानिस्तान: मिनी स्कर्ट में बेफ़िक्र घूमने से लेकर बुर्के में क़ैद होने तक, ऐसे सिमटती गई औरतों की ज़िंदगी](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/15394/production/_120223968_gettyimages-1290037170.jpg)
अफ़गानिस्तान: मिनी स्कर्ट में बेफ़िक्र घूमने से लेकर बुर्के में क़ैद होने तक, ऐसे सिमटती गई औरतों की ज़िंदगी
BBC
तालिबान के कब्ज़ा करने के बाद काबुल की कुछ पुरानी तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिखनी शुरू हुईं. तो क्या अफ़ग़ानिस्तान में एक समय औरतें वाक़ई उतनी आज़ाद थीं जैसा तस्वीरों में नज़र आया?
अफ़ग़ानिस्तान के काबुल शहर पर तालिबान ने जैसे ही क़ब्ज़ा किया, सोशल मीडिया में वहां की अराजक स्थिति से जुड़ी तस्वीरें वायरल होने लगीं. इस दौरान कुछ पुरानी तस्वीरें भी सामने आईं. इनमें काबुल की सड़कों पर मिनी स्कर्ट पहने बेफ़िक्री से चलती कुछ युवा महिलाओं की तस्वीरें भी थीं. ये तस्वीरें 1970 के दशक की बताई गईं. इन्हें पोस्ट करने वाले ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि भले ही इस मुल्क में ज़्यादातर लोग मुस्लिम परंपराओं और रूढ़ियों से घिरे हुए हों लेकिन एक ज़माने में यहां की महिलाओं को अपनी मर्ज़ी से ज़िंदगी जीने का हक़ था. कई लोगों के ज़हन में 1996 से 2001 तक तालिबान शासन के उस दौर की याद भी ताज़ा हैं जब पुरुषों के लिए दाढ़ी बढ़ाना और महिलाओं के लिए बुर्क़ा पहनना अनिवार्य कर दिया गया था. अफ़ग़ानिस्तानः 'काबुल के कसाई' हिकमतयार ने भारत को दी नसीहतMore Related News