
अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी क्या बाइडन की सबसे बड़ी भूल साबित होगी?
BBC
बीस साल, हज़ारों लोगों की मौत और अरबों डॉलर खोने के बाद सवाल ये उठता है कि वह सब किस लिए किया गया था? उससे क्या हासिल हुआ?
इस साल जनवरी में अमेरिकी शासन की बागडोर अपने हाथों में लेने के बाद अफ़ग़ानिस्तान पर जो बाइडन ने वही फ़ैसला लिया, जो उनके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप लेने वाले थे. यानी अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिका के नेतृत्व वाली सेना की वापसी. अफ़ग़ानिस्तान से सेना की वापसी की डेडलाइन 11 सितंबर से पहले तय की गई है. 20 साल पहले इसी 11 सितंबर को 9/11 की वह भयावह घटना घटी थी, जिसमें हज़ारों मासूमों को अफ़ग़ानिस्तान में बैठे आतंकियों ने अपना शिकार बनाया था. अक्सर ऐसा लगता है कि आज के अमेरिका में सभी रास्ते 9/11 की ओर ही जाती है. यह घटना पर्ल हार्बर पर हुए हमले के बाद अमेरिका की सबसे अधिक जानी-पहचानी और डरावनी घटना मानी जाती है. 1945 में पर्ल हार्बर स्थित अमेरिका के पैसिफिक बेड़े पर जापानियों ने हमला किया था जिसके बाद उसे दूसरे विश्व युद्ध में कूदना पड़ा था. उसी तरह 9/11 के हमले के बाद अमेरिका ने अपने इतिहास की सबसे लंबी सैन्य लड़ाई का सामना किया. 11 सितंबर, 2001 को न्यूयॉर्क के ट्विन टॉवर्स और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन पर हुए हमलों के अलावा पेन्सिलवेनिया के शैंक्सविले के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान, अमेरिकी राष्ट्रवाद को बढ़ाने की शुरुआती वजह बने थे.More Related News