अफ़ग़ानिस्तान: रूस और चीन नहीं थे सहमत फिर भी भारत की अध्यक्षता में पास हुआ प्रस्ताव- प्रेस रिव्यू
BBC
31 अगस्त भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता का आख़िरी दिन था और इस दिन अफ़ग़ानिस्तान पर एक अहम प्रस्ताव पास किया गया.
भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2593 पर रूस और चीन ने साथ नहीं दिया. दोनों देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं. हालाँकि इसके बावजूद भारत सरकार ने संतोष जताते हुए कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में भारत की अहम चिंताओं का ध्यान रखा गया है. अगस्त महीने में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास थी, जो आज यानी एक सितंबर को समाप्त हो गई. अंग्रेज़ी अख़बार 'द हिन्दू' ने इसे लीड ख़बर बनाई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाँच स्थायी सदस्य देशों- चीन, फ़्रांस, रूस, यूके और यूएस को पी-5 भी कहा जाता है. 'द हिन्दू' ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि प्रस्ताव में तालिबान से कहा गया है कि वो अफ़ग़ानिस्तान में आतंकवादी समूहों को रोके और जो भी अफ़ग़ान देश से बाहर निकलना चाहते हैं, उन्हें निकलने में मदद करे. कहा जा रहा है कि यूएनएससी के सदस्य देशों में उच्चस्तरीय समन्वय के कारण ऐसा हो पाया है. इसमें अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की भूमिका को भी अहम माना जा रहा है. इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के नेतृत्व वाले नए विशेष समूह की भी सक्रिय कोशिश रही है.More Related News