अफ़ग़ानिस्तान में फिर दी जाएगी मौत और हाथ-पैर काटे जाने की सज़ा: तालिबान
BBC
तालिबान की पहली सरकार के दौरान अपराधियों को सार्वजनिक तौर पर कठोर सज़ा दी जाती थी, लेकिन नए शासन में इसके लिए 'नीति बनाई जाएगी'.
तालिबान शासन में धर्म का पालन सुनिश्चित कराने वाले मंत्रालय के प्रमुख रहे मुल्ला नूरूद्दीन तुराबी ने कहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में एक बार फिर अपराध के लिए मौत की सज़ा और हाथ-पैर काटने की सज़ा का प्रावधान रखा जाएगा.
दो दशक पहले तालिबान के शासन के दौरान अपराध के लिए कठोर सज़ा देने के लिए जाने जाने वाले मुल्ला नूरूद्दीन फिलहाल अफ़ग़ानिस्तान की जेलों का दायित्व संभाल रहे हैं.
उन्होंने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि, "अगर ज़रूरी हुआ तो हाथ-पैर या शरीर के अंग काटने की सज़ा को फिर से लागू किया जाएगा."
उन्होंने कहा कि 1990 के दशक की तालिबान सरकार के दौरान अपराधियों को इस तरह की सज़ा सार्वजनिक तौर पर दी जाती थी, लेकिन नए शासन के दौरान ऐसा नहीं किया जाएगा.
उन्होंने तालिबान के शासन में कठोर सज़ा की आलोचना पर नाराज़गी जताई और कहा कि, "कोई हमें ये न बताए कि हमारे क़ानून क्या होने चाहिए."