अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान: किस बात पर एकमत हैं भारत, पाकिस्तान, चीन और अमेरिका
BBC
अफ़ग़ानिस्तान में चल रहे गृह युद्ध में तालिबान को तेज़ी से मिल रही सफलता के बीच अमेरिका, यूरोपीय संघ, भारत, चीन समेत 12 देशों का संयुक्त बयान आया है.
अमेरिका और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधियों के साथ भारत और चीन समेत 12 देशों ने फ़ैसला किया है कि वे अफ़ग़ानिस्तान में बंदूक के सहारे आने वाली किसी भी सरकार को मान्यता नहीं देंगे. अफ़ग़ानिस्तान में चल रहे गृह युद्ध में तालिबान को तेज़ी से मिल रही सफलता के बीच ये बयान आया है. अफ़ग़ानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात पर क़तर की राजधानी दोहा में एक क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें अमेरिका, क़तर, संयुक्त राष्ट्र, चीन, उज़्बेकिस्तान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, जर्मनी, भारत, नॉर्वे, ताजिकिस्तान, तुर्की और तुर्कमेनिस्तान के प्रतिनिधि शामिल हुए. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं को बताया, "हिस्सा लेने वाले इस बात पर सहमत थे कि सबसे पहले शांति प्रक्रिया को तेज़ करने की ज़रूरत है. इस बात पर भी सहमति बनी कि हिस्सा लेने वाले सभी देश, सैन्य बल के ज़रिए बनने वाली किसी भी सरकार को मान्यता नहीं देंगे."More Related News