अफ़ग़ानिस्तान: तालिबान ने महिलाओं को सिर से पैर तक ढके रहने का फ़रमान जारी किया
The Wire
तालिबान की ओर से कहा गया है कि अगर एक महिला घर के बाहर अपना चेहरा नहीं ढकती है तो उसके पिता या निकटतम पुरुष रिश्तेदार को क़ैद कर लिया जाएगा या सरकारी नौकरी से निकाल दिया जाएगा. तालिबान ने बीते मार्च महीने में देश के अधिकतर हिस्सों में कक्षा छह के बाद लड़कियों को स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
इसके साथ ही मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की तालिबान द्वारा कट्टर रुख अपनाने की आशंका को बल मिला है. इस कदम से तालिबान के अंतररष्ट्रीय समुदाय के साथ बर्ताव और रुख की प्रक्रिया और जटिल होगी. यह प्रक्रिया पहले से ही तनावपूर्ण है.
तालिबान के आदेश के मुताबिक, महिलाओं की केवल आंख दिख सकती है और उन्हें सिर से लेकर पैर की उंगलियों तक को ढकने वाले बुर्के पहनने को कहा गया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, मिनिस्ट्री फॉर द प्रोपेगेशन ऑफ वर्च्यू एंड द प्रिवेंशन ऑफ वाइस के प्रवक्ता ने काबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समूह के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा का फरमान पढ़ा, जिसमें कहा गया था कि अगर एक महिला घर के बाहर अपना चेहरा नहीं ढकती है तो उसके पिता या निकटतम पुरुष रिश्तेदार को कैद कर लिया जाएगा या सरकारी नौकरी से निकाल दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि आदर्श चेहरा ढंकने वाला नीला बुर्का था, जो 1996 से 2001 तक तालिबान के पिछले कट्टरपंथी शासन का वैश्विक प्रतीक बन गया था.