
अफ़ग़ानिस्तान: तालिबान के लिए गर्मजोशी क्यों दिखा रहा है रूस
BBC
रूस दुनिया के कई देशों के उलट तालिबान को लेकर उत्साहित दिख रहा है. तालिबान के साथ बेहतर रिश्तों के जरिए आखिर रूस क्या हासिल करना चाहता है, पढ़िए
अमेरिका और यूरोपीय देश बीते हफ्ते जब काबुल से अपने नागरिकों और अफ़ग़ान सहयोगियों को निकालने के लिए परेशान दिख रहे थे, तब रूस उन चुनिंदा देशों में से एक था, जो अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े से ज़रा भी चिंतित नहीं था. रूसी राजनयिकों ने काबुल में तालिबान को "सामान्य लोग" बताया और कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी अब पहले सेअधिक सुरक्षित हो गई है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा एक हक़ीक़त है और रूस को इसके साथ ही चलना है. यह स्थिति 1980 के दशक में अफ़ग़ानिस्तान में नौ साल चले उस विनाशकारी युद्ध से बहुत अलग है, जब रूस काबुल की कम्युनिस्ट सरकार को खड़ा करने की कोशिश में जुटा था. तालिबान के उठा ले जाने से बेहतर मरना है: एक हज़ारा छात्रा की आपबीती पाकिस्तानी विदेश मंत्री के फिर विवादित बोल, कहा- तालिबान को लोगों का समर्थनMore Related News