
अफ़ग़ानिस्तान: तालिबान अपना संगठन चलाने के लिए आख़िर कहां से लाता है धन?
BBC
तालिबान की आय का अकेला ज़रिया ड्रग्स नहीं है. उसकी आमदनी के कई दूसरे स्रोत भी हैं. क्या हैं वे स्रोत?
इसी महीने तालिबान ने क़रीब पूरे अफ़ग़ानिस्तान पर अपना क़ब्ज़ा कर लिया है. अगले कुछ दिनों में अमेरिका के नेतृत्व वाली पश्चिमी देशों की सेनाएं अफ़ग़ानिस्तान छोड़कर चली जाएंगी. इस तरह, पिछले दो दशकों से दोनों पक्षों के बीच चल रहा संघर्ष शायद थम जाएगा. तालिबान के लिए गठबंधन सेनाओं के साथ संघर्ष काफी कठिन रहा. एक ओर, उसके सामने दुनिया के अमीर देशों की सेनाएं थीं, जिनके पास न धन की कमी थी और न ही आधुनिक हथियारों की. वहीं दूसरी ओर, तालिबान की स्थिति इन दोनों मामलों में उन देशों के मुक़ाबले कोई ख़ास नहीं थी. बहरहाल, एक अनुमान के अनुसार, 2011 में तालिबानी लड़ाकों की तादाद 30 हजार थी. 2021 के मध्य में, उसके लड़ाकों की संख्या बढ़कर 70 हजार से एक लाख के बीच हो गई. ऐसे में इतने बड़े संगठन और चरमपंथी अभियानों को चलाने के लिए भारी आर्थिक मदद की जरूरत तो होगी ही. तो सवाल उठता है कि तालिबान को यह आर्थिक मदद मिलती कहां से है. और यह मदद देश के भीतर से होती है या बाहर से?More Related News