अफगानिस्तान संकट: विदेश मंत्री जयशंकर ने फोन पर टोनी ब्लिंकन से की बात, फंसे नागरिकों को निकालने पर हुई चर्चा
ABP News
अफगानिस्तान में जारी घटनाक्रमों के मद्देनजर एस जयशंकर मेक्सिको, पनामा और गुयाना की यात्रा नहीं करेंगे. जयशंकर ने कहा है कि हमारा ध्यान अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी पर है.
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत और अमेरिका समेत कई देशों के नागरिक काबुल में फंसे हुए हैं. इस संकट के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन की फोन पर बातचीत हुई है. इस दौरान दोनों नेताओं ने काबुल में फंसे अपने अपने नागरिकों को निकालने के लिए तालमेल पर चर्चा की है. जयशंकर और ब्लिंकन के बीच एक सप्ताह में ये दूसरी बातचीत है. विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बातचीत का ब्यौरा देते हुए एक बयान में कहा, ‘‘ब्लिंकन और जयशंकर ने अफगानिस्तान पर चर्चा की और समन्वय जारी रखने पर सहमति जतायी.’’ तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर रविवार को अचानक कब्जा जमा लिया था. 20 साल तक लड़े युद्ध के बाद अमेरिकी सेना के वापस जाने पर हुई तालिबान की इस जीत ने काबुल हवाईअड्डे पर अफरातफरी का माहौल पैदा कर दिया, जहां से अमेरिका और अन्य सहयोगी देश हजारों नागरिकों और सहयोगियों को देश से सुरक्षित बाहर निकलने की कोशिश में हैं.More Related News