अधूरा इश्क, नाकाम रिश्ते और ब्लैकमेलिंग... एक्स-बॉयफ्रेंड ने वैशाली को ऐसे मौत के दर पर पहुंचा दिया
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अधूरी पुरानी मोहब्बत, रूपहले पर्दे पर चमकती किस्मत, नए रिश्तों पर आई आफत, शादी में पुराने दोस्त की वजह से आने वाली रुकावट और फिर डिप्रेशन की दस्तक. वैशाली की छोटी सी जिंदगी के रिश्तों की कुल कहानी यही है.
एक सगाई हो चुकी थी मगर दूसरा रिश्ता भी पनप रहा था. बस चार दिन बाद ही शादी होनी थी. ब्लैकमेलिंग की वजह से ये शादी टूटने का डर भी सता रहा था. ऊपर से कोरोना ने करियर पर भी ब्रेक लगा दिया था. उसी बनते बिगड़ते रिश्ते और काम को लेकर अभिनेत्री वैशाली ठक्कर डिप्रेशन का शिकार होती जा रही थी. यही वो वजह थी कि वेवक्त और बेमौत ही वैशाली ने खुद जिंदगी को अलविदा कह दिया.
डिप्रेशन की दस्तक अधूरी पुरानी मोहब्बत, रूपहले पर्दे पर चमकती किस्मत, नए रिश्तों पर आई आफत, शादी में पुराने दोस्त की वजह से आने वाली रुकावट और फिर डिप्रेशन की दस्तक. कुल मिला कर वैशाली की छोटी सी जिंदगी के रिश्तों की कुल कहानी यही है. ये रिश्ता क्या कहलाता है? इसे समझने के लिए वैशाली की ज़िंदगी से जुड़े हर रिश्तों को समझना होगा.
शादी के लिए रजिस्ट्रेशन वैशाली ने खुदकुशी करने से पहले सुसाइड नोट में बेशक अपनी ज़िंदगी के आखिरी दो शब्द आई क्विट लिखा था. मगर इसी वैशाली की खुशियों का ये एक दूसरा दस्तावेज़ है. दस्तावेज वैशाली की शादी के रजिस्ट्रेशन का. जो उसने बीस सितंबर को इंदौर के कलेक्टर के दफ्तर में रजिस्टर्ड कराया था. इसी रजिस्ट्रेशन के बाद कलेक्टर ऑफिस ने वैशाली और मुकेश कुमर गौर की शादी के लिए उन्हें बीस अक्तूबर की तारीख दी थी. मुकेश कैलिफोर्निया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
वैशाली और राहुल के परिवारों में पुराना रिश्ता मगर इस तारीख से सिर्फ चार दिन पहले ही वैशाली ने इंदौर में ही अपने घर में पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली. जिस घर में वैशाली ने खुदकुशी की उस घर से बस कुछ ही दूरी पर उस शख्स का घर था जिसने वैशाली की खुशियों में आग लगाई थी. नाम है राहुल नवलानी. उम्र करीब 33 साल. इंदौर में ही उसका प्लाइवुड का बिजनेस है राहुल लैमिनेट्स के नाम से. राहुल के पिता का भी शंकर प्लाइवुड के नाम से होलसेल का बिजनेस है. राहुल के पिता और वैशाली के पिता बहुत पुराने दोस्त हैं. इसी वजह से दोनों परिवार का एक-दूसरे के घर भी आना-जाना था. दोनों परिवार रहते भी एक ही इलाके में थे. इसी आने-जाने के दौरान राहुल और वैशाली की दोस्ती हो गई.
टीवी पर पहचान बना चुकी थी वैशाली वैशाली ने इंदौर के ईएमआरसी से पढ़ाई की और फिर एक्टिंग की दुनिया में किस्मत आज़माने करीब सात साल पहले मुंबई पहुंच गई. मुंबई में वैशाली का काम ठीकठाक चल रहा था. ससुराल सिमर का, ये है आशिक़ी, सुपर सिस्टर्स, विष या अमृत जैसे सीरियल में काम कर वैशाली अपनी एक जगह बना रही थी. पॉपुलर सीरियल 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' ने वैशाली को और शोहरत बख्शी. सब कुछ ठीक चल रहा था.
कोरोना के दौर में वैशाली लौटी इंदौर मगर तभी 2020 में कोरोना आ गया. पूरी दुनिया को परेशान करने वाले कोरोना ने वैशाली की भी ज़िंदगी बदलनी शुरू कर दी. कोरोना से पहले वैशाली का आखिरी टीवी शो रक्षाबंधन था. कोरेना की वजह से शहर के साथ-साथ काम भी बंद हो चुक था. लिहाज़ा वैशाली मार्च 2020 में मुंबई से इंदौर आ गई.
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