
अदिति अशोक: ओलंपिक मेडल से ज़रूर चूकीं लेकिन भारतीय गोल्फ़ में रचा इतिहास
BBC
अदिति अशोक एक ऐसा नाम है जिसके ओलंपिक में यहाँ तक पहुँचने की उम्मीद शायद किसी ने नहीं की होगी. मेडल के बेहद क़रीब आकर इससे चूकने वाली अदिति ने इतिहास तो रच ही दिया है.
टोक्यो ओलंपिक शुरू होने से पहले जिन खेलों और खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद की जा रही थी उसमें गोल्फ़ और अदिति अशोक का नाम शायद ही किसी ने लिया हो. लेकिन अब जब ओलंपिक ख़त्म होने की कगार पर था तो भारत की 23 साल की गोल्फ़ खिलाड़ी अदिति ने पदक की उम्मीद जगा दी थी. टोक्यो ओलंपिक में चौथे पायदान पर पहुंचकर उन्होंने इतिहास रच दिया है. साल 2016 में गोल्फ़ को समर ओलंपिक में जगह दी गई जबकि यह इससे पहले 1900 और 1904 में भी ओलंपिक खेलों में शामिल रहा था. भारत की गोल्फ़ में इसे बड़ी छलांग माना जाना चाहिए. मेडल न मिलने के बावजूद दुनिया में 179वीं रैंकिंग की खिलाड़ी अदिति के ओलंपिक में इस शानदार प्रदर्शन की ख़ूब चर्चा हो रही है.More Related News