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अदार पूनावाला: घोड़ों के व्यापार से वैक्सीन उद्योग के बादशाह बनने तक का सफ़र
BBC
पूनावाला ने अनुमति मिलने से पहले ही कोविशील्ड का जोख़िम भरा उत्पादन शुरू किया था. परीक्षणों में वैक्सीन की नाकामी की सूरत में ये सब बेकार हो जाता.
सितंबर, 2020 में जब दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन को तैयार करने और इंसानों पर उसके परीक्षण की शुरुआत हुई तब हमने पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा किया था. कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया ने ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका से समझौता किया हुआ था. सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड वैक्सीन का भारत और दुनिया के दूसरे देशों में सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है. हमलोग जिस दिन सीरम इंस्टीट्यूट के कैंपस में गए थे, उसी दिन से प्लांट में बड़े पैमाने पर कोविशील्ड का उत्पादन शुरू हुआ था. हालांकि, तब तक दुनिया के किसी हिस्से में कोविशील्ड का इंसानों पर परीक्षण नहीं हुआ था और किसी भी सरकार ने वैक्सीन को मंज़ूरी नहीं दी थी. लेकिन दुनिया भर में कोरोना संक्रमण को लेकर आपातकालीन स्थिति को देखते हुए अनुमति मिलने से पहले ही कोविशील्ड का जोख़िम भरा उत्पादन शुरू किया गया था. परीक्षणों में वैक्सीन की नाकामी की सूरत में ये सब बेकार हो जाता, लेकिन उस वक़्त दुनिया के सामने इतना जोख़िम उठाने के अलावा दूसरा विकल्प मौजूद नहीं था. पूरे दिन मैं सीरम इंस्टीट्यूट के प्लांट में कोविशील्ड वैक्सीन को तैयार होते देखता रहा. यहां पहले भी वैक्सीनें तैयारी होती रही थीं लेकिन कोरोना वैक्सीन का मामला ऐतिहासिक था.More Related News