![अतीक-अशरफ की हत्या में आया सुंदर भाटी का नाम! कौन है ये गैंगस्टर, क्या है मर्डर से कनेक्शन?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202304/sundar_bhati-sixteen_nine.png)
अतीक-अशरफ की हत्या में आया सुंदर भाटी का नाम! कौन है ये गैंगस्टर, क्या है मर्डर से कनेक्शन?
AajTak
अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ा रही है. इस मामले में नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं. अब यह बात सामने आई है कि वारदात में शामिल सनी सिंह का पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी से कनेक्शन रहा है. बताया जा रहा है कि हमीरपुर जेल में बंद रहने के दौरान सनी सिंह सुंदर का करीबी हो गया था. इसके बाद जेल से छूटते ही सनी उसके लिए काम करने लगा था. लेकिन ये सुंदर भाटी कौन है. इसका मर्डर के क्या कनेक्शन है?
प्रयागराज में पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाला मुख्य आरोपी सनी सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी का गुर्गा बताया जा रहा है. सुंदर भाटी वर्तमान में सोनभद्र जेल में बंद है. आशंका जताई जा रही है कि अतीक और अशरफ की हत्या जिस जिगाना पिस्टल से हुई, वह सुंदर भाटी के नेटवर्क से ही सनी को दी गई थी. जानते हैं कि आखिर कौन है ये सुंदर भाटी. उसका अतीक और अशरफ की हत्या से क्या है कनेक्शन?
पश्चिम उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुंदर भाटी पर हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट, मारपीट के 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. भाटी को बीते साल ही हरेंद्र प्रधान की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. वर्तमान में वह सोनभद्र जेल में बंद है, लेकिन लगभग डेढ साल पहले सुंदर हमीरपुर जेल में बंद था. इसी हमीरपुर जेल में सनी सिंह लूट की वारदात को अंजाम देने के चलते बंद था. इसी जेल में सनी की दबंगई को देखकर गैंगस्टर भाटी उसे अपने करीब लाया और धीरे-धीरे सनी उसका चेला बन गया.
कुछ समय बाद सुंदर भाटी को हमीरपुर से सोनभद्र जेल में बंद कर दिया गया और सनी भी जेल से छूट कर बाहर आ गया. इसके बाद वह भाटी के गुर्गों के संपर्क में रहने लगा. सुंदर के गैंग के पास AK-47 समेत कई खतरनाक हथियार हैं. उसका संपर्क पंजाब के कई असलहा तस्करों और गैंगस्टर से भी रहा है. माना जा रहा है कि अतीक और अशरफ के हत्यारोपी सनी सिंह को जो विदेशी जिगाना पिस्टल और दूसरे शूटर्स को जो पिस्टल मिली, तो वह सुंदर भाटी के नेटवर्क से ही पहुंचाई गई थी.
सनी सिंह से बरामद जिगाना पिस्टल का भाटी गैंग से कोई कनेक्शन है, फिलहाल इस पर आधिकारिक तौर पर पुलिस कोई बयान नहीं दे रही है, लेकिन अंदरखाने जांच जरूर हो रही है कि आखिर सनी सिंह और लवलेश तिवारी जैसे मामूली बैकग्राउंड के अपराधियों के पास तुर्किए की लाखों की कीमत वाली पिस्टल कैसे पहुंची? वहीं, नाम ना छापने की शर्त पर पुलिस के एक बड़े अफसर ने कहा कि उनके संज्ञान में सुंदर भाटी और अतीक अहमद के बीच अदावत की कोई वजह अब तक नहीं मिली है.
एक जमाने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जरायम की दुनिया का सबसे खतरनाक नाम सुंदर भाटी था. यूपी पुलिस से लेकर दिल्ली और हरियाणा पुलिस के लिए वह चुनौती था. ग्रेटर नोएडा के गंगोला का रहने वाला सुंदर भाटी कभी गाजियाबाद के लोनी इलाके के गैंगस्टर सतवीर गुर्जर का खास हुआ करता था. सतवीर की दोस्ती ग्रेटर नोएडा के रिठोरी गांव के रहने वाले नरेश भाटी से थी. नरेश गांव में परिवार वालों की हत्या का बदला लेने के लिए सतवीर के संपर्क में आया. यहीं नरेश और सुंदर के बीच दोस्ती शुरू हो गई. दोनों के बीच की दोस्ती यूपी-दिल्ली-हरियाणा के गैंगस्टर्स में भी मशहूर थी. इसी दोस्ती की वजह से नरेश भाटी के परिवार वालों की मौत का बदला सुंदर ने लिया.
सुंदर और नरेश की दोस्ती में जल्द ही दरार भी पड़ गई. वजह थी एक ट्रक यूनियन पर कब्जा करने की चाहत. इसके चलते दोनों के बीच अदावत का दौर शुरू हो गया. दरअसल सुंदर एक ट्रक यूनियन पर कब्जा करना चाहता था. वहीं, नरेश भी इसी पर कब्जे की फिराक में था. नरेश ट्रक यूनियन की राजनीति से मुख्य राजनीति में जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का सपना देख रहा था, लेकिन उसके सपने में सुंदर सबसे बड़ा रोड़ा बन गया और यहीं से दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई. गैंगवार शुरू हुआ तो ट्रक यूनियन के अध्यक्षों की हत्या कर दी गई.
![](/newspic/picid-1269750-20250216084802.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के 12 घंटे बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं. आज तक की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई. लोग दरवाजों से नहीं घुस पा रहे थे तो इमरजेंसी खिड़कियों से अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे. देखें...
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.