'अग्निपथ' पर वसुंधरा राजे बिना भाषण दिए बैठक से निकलीं, गुलाब चंद कटारिया बोले- पता नहीं क्यों चली गईं
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Kota News: BJP कार्यसमिति के तीसरे सत्र में वसुंधरा राजे के संबोधन के लिए 25 मिनट का समय निर्धारित था. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री बिना कुछ बोले ही बैठक से निकल गईं. बैठक का विषय था- 10 लाख युवाओं की भर्ती की अग्निपथ भर्ती योजना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभिनंदन को लेकर था.
राजस्थान के कोटा में चल रही दो दिवसीय बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहुंचीं तो जरूर, लेकिन बिना संबोधन किए ही चली गईं. पता चला है कि बैठक में उनका संबोधन प्रस्तावित था. राजे बुधवार सुबह 11:00 बजे बैठक में पहुंची थीं. करीब 3 घंटे कार्यक्रम में मौजूद रहीं. इसके बाद बिना संबोधन किए चली गईं. यहां पर वह सभी पदाधिकारियों के साथ मंचासीन रहीं, लेकिन वे पूरी मीटिंग में नहीं रुकीं.
राजे को बैठक में संबोधन का समय दिया गया था. कार्यसमिति के तीसरे सत्र में 25 मिनट का उनका संबोधन बीजेपी के कार्यक्रम सूची में तय था. इसमें उनका विषय था- ''चार राज्यों में ऐतिहासिक विजय पर और मोदी सरकार द्वारा 10 लाख युवाओं की भर्ती की नयी घोषणा एवं अग्निपथ भर्ती योजना पर माननीय प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन.'' हालांकि, बीजेपी नेत्री इससे पहले ही लंच के दौरान कार्यक्रम को छोड़कर चली गईं. उन्होंने अपना संबोधन भी नहीं किया.
इससे पहले राजे के साथ मंच पर राज्यसभा सांसद और प्रदेश भाजपा प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी भारती बेन सियाल, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, संगठन मंत्री चंद्रशेखर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, अर्जुन राम मेघवाल, राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़ और अलका गुर्जर उपस्थित थे. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बीच में चले जाने पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच से पूछा गया, तो उन्होंने राजे के किसी भी तरह के संबोधन का प्रस्ताव होने से इनकार कर दिया. जबकि कार्यसमिति की बैठक के कार्यक्रम की सूची में यह संबोधन प्रस्तावित था.
इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा, ''इस बारे में मैं कह सकता हूं df वसुंधरा राजे कार्यक्रम से चली गई थीं और वापस लौट के नहीं आईं. बाद वाले सत्र में वह मौजूद नहीं थीं. उनके बीच में जाने की वजह वह खुद ही बता सकती हैं.'' वहीं, जब कार्यसमिति और राजे के बारे में सतीश पूनिया से मीडिया ने सवाल किया, तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
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