अग्निपथ: चौथे दिन भी प्रदर्शन जारी, तेलंगाना में पुलिस की गोली लगने से एक प्रदर्शनकारी की मौत
The Wire
बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में शनिवार को भी अग्निपथ योजना के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन जारी हैं. इस बीच रेलवे ट्रैक अवरुद्ध करने, कई इमारतों और वाहनों में आगजनी की ख़बर है. इससे पहले शुक्रवार को सिकंदराबाद स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आरपीएफ द्वारा की गई फायरिंग में एक 24 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई.
जहानाबाद/बक्सर/गया/कोलकाता/नई दिल्ली: बिहार के कई हिस्सों में लगातार चौथे दिन भी अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी रहा. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को जहानाबाद जिले में तेहटा पुलिस चौकी परिसर के अंदर खड़े एक ट्रक और एक बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. Bihar | We are on complete alert. People are being identified through video footage. We have found out about role of 7-8 coaching centres through WhatsApp messages from those arrested. These messages were of provocative nature:Chandrashekhar Singh, DM, Patna on #Agnipath protests pic.twitter.com/3FbR1Al88j #WATCH | Tamil Nadu: Youth held a protest against #AgnipathRecruitmentScheme, near the War Memorial in Chennai. They were later removed from the spot and detained by Police. pic.twitter.com/pkClvgFjr3 Uttar Pradesh | Yesterday miscreants entered among students & indulged in violence. We detained over 3 dozen people. Social media being monitored. Some people from coaching centres also involved in provocating students. 4 FIRs filed:Deepak Kumar, DIG, Aligarh on Agnipath protests pic.twitter.com/i3J2TZvFo8
वामपंथी अखिल भारतीय छात्र संघ (आईसा) के नेतृत्व में छात्र संगठनों द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद के मद्देनजर गया, बक्सर, जहानाबाद सहित राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में शनिवार को सड़क परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं और आपात सेवाओं को छोड़कर अधिकांश दुकानें व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. — ANI (@ANI) June 18, 2022 — ANI (@ANI) June 18, 2022 — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 18, 2022
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद), प्रदेश में सत्ता में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने बिहार बंद को अपना समर्थन दिया है.
उधर, रेलवे ने नुकसान की आशंका को देखते हुए कई ट्रेन या तो रद्द कर दीं या फिर उनका परिचालन रोक दिया.