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अगर आप भी अस्पताल के ICU में ले जाते हैं मोबाइल तो हो जाएं अलर्ट! उठाने पड़ सकते हैं ये नुकसान
ABP News
यूरोप के देशों में ये पाबंदी मोबाइल फोन से निकलने वाली तरंगों को लेकर लगाई गई, क्योंकि इसकी तरंगों के एक मीटर के दायरे में आने पर मेडिकल जांच की कई मशीनों में खराबी की आशंका होती है.
ICU यानि इंटेंसिव केयर यूनिट अस्पताल का सबसे सेंसेटिव वार्ड होता है, जहां सीरियस पेशेंट्स का इलाज किया जाता है. इस वार्ड में न जानें कितनी मशीनें मरीज के ट्रीटमेंट के लिए लगाई जाती हैं. साथ ही मरीज को हर तरह के बैक्टीरिया से भी बचाया जाता है जिससे मरीज जल्दी ठीक हो सके. लेकिन स्मार्टफोन के जरिए आईसीयू में कई तरह के बैक्टीरिया जा सकते हैं, डॉक्टर्स भी इस वार्ड में मोबाइल फोन न ले जानें के लिए कहते हैं. आइए जानते हैं इससे मरीज को और क्या नुकसान हो सकता है. होता है ये नुकसानएक रिसर्च के मुताबिक अस्पतालों के ICU में मोबाइल ले जाना या उसका इस्तेमाल मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. लिहाजा डॉक्टर्स और दूसरे लोगों को ICU में मोबाइल ले जाने पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए. इस रिसर्च में 100 में से 56 डॉक्टरों के मोबाइल फोन के की-पैड में बैक्टीरिया और वायरस पाए गए. इनमें कई तरह के हानिकारक बैक्टीरिया थे और डराने वाली बात ये थी कि ज्यादातर बैक्टीरिया एंटी बायोटिक दवाओं से लड़ने की क्षमता बढ़ा चुके थे यानि उनपर कई एंटीबायोटिक दवाएं भी बेअसर थीं.More Related News