'अंधेरा होने के बाद महिलाएं न जाएं थाना'- UP BJP नेता को ही नहीं पुलिस पर भरोसा
The Quint
BJP Baby Rani Maurya; यूपी के वाराणसी में पहुंची में बेबी रानी मौर्या ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को शाम 5 बजे के बाद अंधेरा होने पर थाने में नहीं जाना चेहिए, उन्हें दिन में अपने पिता, पति या भाई के साथ ही थाने जाना चाहिए
एक तरफ उत्तर प्रदेश (UP) में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर योगी सरकार (Yogi Government) प्रदेश को अपराध मुक्त करने वाली छवि बनाने में जुटी हैं. तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं की पार्टी के दिग्गज नेताओं के बयान ही महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर बयान खड़े कर रहे हैं. बीजेपी (BJP) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्या ने महिलाओं को शाम 5 बजे के बाद अंधेरा होने पर पुलिस थाने ना जाने की नसीहत दी है.ADVERTISEMENT बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने वाराणसी में आयोजित वाल्मीकि महोत्सव के एक कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं.थानों में एक महिला अधिकारी और सब-इंस्पेक्टर जरूर बैठती हैं, लेकिन एक बात मैं जरूर कहूंगी कि शाम 5 बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना. अगर जरूरी हो तो अगले दिन सुबह जाना और अपने साथ भाई, पति या पिता को लेकर ही थाने जाना.बेबी रानी मौर्या, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, बीजेपीदरअसल 22 अक्टूबर को बीजेपी की ओर से चलाए जा रहे वाल्मीकि महोत्सव कार्यक्रम के तहत बजरडीहा इलाके के तेलियाना के पास अम्बेडकर बस्ती में बेबी रानी मौर्य पहुंची थीं. बता दें उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली अभी गंभीर सवालों के घेरे में है. कुछ दिन पहले गोरखपुर में कानपुर के रहने वाले एक व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या का आरोप पुलिसवालों पर है. इसके अलावा आगरा में एक सफाईकर्मी की भी पुलिस कस्टडी में मौत की खबर सामने आई है. उत्तर प्रदेश में खाद की कमी पर जताई चिंता कार्यक्रम में बेबी रानी मौर्या ने खाद की कमी के चलते परेशान किसानों पर भी चिंता व्यक्त की.उन्होंने कहा कि "अधिकारी सभी को गुमराह करते रहते हैं. मुझे परसो आगरा से एक किसान भाई का फोन आया था. उसे खाद नहीं मिल रही थी. मेरे कहने पर अधिकारी ने कहा कि खाद मिल जाएगी, लेकिन आज उस अधिकारी ने मना कर दिया कि मैं नहीं दूंगा. इस तरह की बदमाशी निचले स्तर पर होती है. इसे आप लोगों को देखने की जरूरत है. अगर कोई भी अधिकारी बदमाशी कर रहा है तो उसकी शिकायत डीएम से करो, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दो."(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)ADVERTISEMENT...