दिमाग पर नकारात्मक असर डाल सकता है अस्थमा, एक्सपर्ट ने दी चेतावनी
Zee News
विश्व अस्थमा दिवस पर हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया है कि अस्थमा दुर्बल श्वसन स्थिति है. यह बीमारी मस्तिष्क के कार्यों को काफी हद तक बाधित कर सकती है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को भी बाधित कर सकता है.
नई दिल्ली: विश्व अस्थमा दिवस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि अस्थमा एक दुर्बल श्वसन स्थिति है जिससे दुनिया भर में हर साल 2,50,000 लोगों की जान चली जाती है. यह बीमारी मस्तिष्क के कार्यों को काफी हद तक बाधित कर सकती है. इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 7 मई को विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है. अस्थमा से पीड़ित लोगों के फेफड़ों की दीवारें मोटी हो जाती हैं और बलगम से भर जाती हैं. पराग, धूल के कण या वायरल संक्रमण अस्थमा के दौरान सांस लेने के मार्ग को और भी संकीर्ण कर देता है. अस्थमा मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, हालांकि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को भी बाधित कर सकता है.